अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि Haryana में एक अप्रैल से टोल दरों में वृद्धि करके सरकार आम जनता की जेब पर डाका डालने जा रही है। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने टोल टैक्स बढ़ाने की तैयारी पूरी कर ली है, जिससे हरियाणा के राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा महंगी हो जाएगी।
60 किमी से कम दूरी पर बने टोल प्लाजा बंद क्यों नहीं किए गए?
कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि सरकार ने 60 किमी से कम दूरी पर स्थित टोल प्लाजा आज तक नहीं बंद किए हैं, जबकि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कई बार सदन में कहा था कि ये टोल प्लाजा बंद कर दिए जाएंगे। इसके अलावा, कुछ टोल प्लाजा की अवधि समाप्त हो जाने के बावजूद उन्हें बंद नहीं किया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार और प्राइवेट एजेंसियां मिलकर जनता को लूटने का काम कर रही हैं।
टोल दरों में बढ़ोतरी पर चिंता जताई
कुमारी सैलजा ने यह भी कहा कि हर साल एक अप्रैल को एचएसआईआईडीसी के तहत नए टोल टेंडर जारी होते हैं, जिनमें टोल दरों में वृद्धि की जाती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली-जायपुर एनएच-48 के निर्माण पर 8919 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जबकि टोल वसूली 11945 करोड़ रुपये हो चुकी है, यानी निर्माण लागत से ज्यादा टोल वसूला जा चुका है, जो पूरी तरह गलत है।
सरकार की दोहरी नीति पर सवाल उठाए
कुमारी सैलजा ने सरकार की दोहरी नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब हाईवे की निर्माण लागत वसूल ली जाती है, तो टोल को बंद कर देना चाहिए। इसके अलावा, टोल शुल्क विभिन्न राज्यों में अलग-अलग है, और यह मनमाने तरीके से लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का पालन करते हुए टोल दरों को न्यायसंगत बनाना चाहिए।