Jhajjar जिले के बहादुरगढ़ में एक कारोबारी हरपाल सिंह द्वारा अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या के बाद घर में आग लगाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी हरपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पहले इसे एक हादसा माना गया था, लेकिन अब पुलिस ने हत्या और सुसाइड के एंगल से जांच शुरू की है।
घटना का विवरण:
शनिवार शाम को बहादुरगढ़ के सेक्टर-9 स्थित एक मकान में दो बार धमाके हुए थे, जिसके बाद घर में आग लग गई। धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसी मदद के लिए पहुंचे और दरवाजा तोड़ा। अंदर चार लोगों के शव मिले, जिनमें हरपाल सिंह की पत्नी, बेटी और दो बेटों की मौत हो गई थी। हरपाल सिंह बुरी तरह से झुलसा हुआ था, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सुसाइड नोट में क्या लिखा:
पुलिस को कारोबारी हरपाल सिंह की डायरी से एक 12 पेज का सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए अपने जीजा दलजीत सिंह और बहन परविंद्र कौर को जिम्मेदार ठहराया। सुसाइड नोट में उसने यह भी लिखा कि उसकी और उसके परिवार की लाशें किसी को न दी जाएं, बल्कि पुलिस ही उनका अंतिम संस्कार करें।
सुसाइड नोट के मुख्य बिंदु:
- घर हड़पने का आरोप: हरपाल ने लिखा कि उसका जीजा दलजीत सिंह और बहन ने मिलकर उसका घर हड़प लिया।
- बदनामी और मानसिक तनाव: उसे और उसके परिवार को मानसिक रूप से परेशान किया गया, और उसके बेटे का अपहरण भी कराया गया।
- झूठे आरोप: हरपाल ने बताया कि उसके जीजा ने उस पर 4 करोड़ रुपये का कर्ज़ लेने का झूठा आरोप लगाया, जिससे वह और उसका परिवार परेशान हो गए थे।
- सामाजिक उत्पीड़न: सुसाइड नोट में हरपाल ने लिखा कि वह और उसका परिवार सामाजिक उत्पीड़न से तंग आ चुके थे।
- अंतिम इच्छा: उसने अपनी मृत्यु के बाद अपनी और परिवार की लाशों को किसी को न देने और पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार किए जाने की इच्छा जताई।
घटना का विश्लेषण:
धमाके के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम को बुलाया। प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ कि घर में आग लगाने के लिए पेट्रोल का इस्तेमाल किया गया था। AC कंप्रेशर में नुकसान पाया गया, लेकिन सिलेंडर सही सलामत था। विस्फोटक जांच टीम को सूचना दी गई है ताकि धमाके के कारण का पता लगाया जा सके।
पुलिस का बयान:
डीसीपी मयंक मिश्रा ने बताया कि इस मामले में चार लोगों की मौत हुई है, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। पुलिस इस मामले की विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है और सुसाइड नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।
घटनास्थल का दृश्य:
हादसे के समय घर एक मंजिला था और अंदर से लॉक था। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। शवों को सामान्य अस्पताल भेजा गया और मामले की गहन जांच जारी है।
इस जघन्य अपराध के बाद पुलिस द्वारा किए गए त्वरित और सटीक कदमों से अब इस मामले में हत्या के आरोपों की पुष्टि होने की संभावना है।