आयुष्मान योजना को लेकर प्रदेश के हर जिलें में हमेशा लोगों की शिकायत रहती है कि उनका आयुष्मान कार्ड बन नहीं पा रहा है, जबकि जिले के विभागों द्वारा की गई जनगणना लिस्ट में उनका नाम गरीबी रेखा में है, उसके बाद भी उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं अब सरकार की ओर से गरीबी रेखा से उपर की लिस्ट के लोगों को भी योजना का लाभ देने का काम किया है, लेकिन गरीबी रेखा से उपर की लिस्ट के लोगों को योजना का लाभ पाने के लिए प्रीमियन भरना पड़ेगा।
बता दें कि प्रदेश में आयुष्मान भारत सेहत बीमा योजना को लेकर हाल ही में सरकार की ओर से घोषणा की गई है कि 3 लाख तक वार्षिक आय वालों को भी 5 लाख रुपए तक कैशलेस इलाज की स्कीम का लाभ देंगे। हालांकि इस आय वर्ग के लोगों को सालाना 1500 रुपए का प्रीमियम चुकाना होगा। इसका असर 3 लाख तक आमदनी वाले 8 लाख परिवारों पर पड़ेगा। इसके लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया है। हालांकि 1.80 लाख वार्षिक आय वाले लोगों को स्कीम का लाभ बिना किसी प्रीमियम के मिलता रहेगा।
कैंसर, हार्टअटैक जैसी गंभीर बीमारियों को भी किया शामिल
बता दें कि गोल्डन कार्ड के जरिए हरियाणा के लोगों को 1,290 सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों में इलाज मिल सकेगा। योजना के तहत करीब 715 सरकारी अस्पतालों और 575 निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। साथ ही कैंसर, हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों के साथ ही 1,500 के करीब दूसरी बीमारियों को भी कवर किया गया है।
सरकार ने प्रदेश में रखा टारगेट
जानकारी अनुसार वर्ष 2011 के सर्वे के अनुसार हरियाणा प्रदेश में 28 लाख, 89 हजार 287 लोगों के कार्ड बनाए गए। वहीं सरकार द्वारा नवंबर 2022 में चिरायु योजना (1.80 लाख वार्षिक आय वाले परिवार) के तहत 56 लाख 48 हजार 892 लाभार्थियों के कार्ड बनाए गए हैं, जबकि 32 लाख 22 हजार 144 कार्ड बनाने अभी पेंडिंग हैं। सरकार ने प्रदेशभर में 1 करोड़, 17 लाख, 60 हजार 323 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने का टारगेट रखा है।

