हरियाणा की महिला और बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कलायत के सचिवालय का निरीक्षण किया। वहां जब लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया, तो उन्होंने एसडीएम को फटकार लगाई। उन्होंने खाद्य आपूर्ति और नियंत्रण कार्यालय में लगे ताले का पता लगाया। सुरेश कुमार, सुभाष चंद्र और रणबीर सिंह को कारण बताने के लिए नोटिस जारी करने का आदेश दिया।
उसने पशुपालन विभाग के लिपिक बलिंद्र को भी ध्यान में लेते हुए गैर हाजिरी पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। विभिन्न कार्यालयों में गैरहाजिर कर्मचारियों को कारण बताने के लिए भी नोटिस जारी करने का आदेश दिया और एसडीएम देवेंद्र शर्मा को लघु सचिवालय की सफाई के लिए निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त मंत्री ने मिनी सचिवालय में कर्मचारियों से बात की। वहां गैरहाजिर कर्मचारियों के खिलाफ भी कदम उठाया गया।
कमलेश ढांडा ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से फसलों का नुकसान होने पर अब तक सरकार ने किसानों को 11 हजार करोड़ रुपये का मुआवजा दिया है। हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है, जो 14 अलग-अलग फसलों की खरीद करता है। सरकार ने ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल के माध्यम से 12 लाख किसानों के खातों में 85 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। इससे किसानों को नुकसान से बचाने में मदद मिल रही है और व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ाई जा रही है।