हरियाणा के पलवल में किसान ने अपने खेत पर जबरन कब्जा कर रहे लोगों का विरोध किया तो लाठी-डंडों व अवैध हथियार से हमला कर घायल कर दिया। साथ ही जान से मारने की धमकी दी। चांदहट थाना पुलिस ने पीड़ित किसान की शिकायत पर सात नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
चांदहट थाना प्रभारी कैलाशचंद भड़ाना के अनुसार, थंथरी गांव निवासी रनवीर ने दी शिकायत में कहा है कि उनके बुजुर्गों ने रोनक से एक खेत लिया था, जिसमें वे पिछले 40 वर्ष से काम करते आ रहे हैं। लेकिन अब विरेंद्र आदि ने जबरन उनके खेत को जोत दिया, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने 29 अक्टूबर को अमरपुर चौकी में पुलिस को दी थी। लेकिन आरोपी नहीं माने और खेत की परहेवट कर दी।
रास्ते में घेर कर किया लाठी-डंडों से हमला
एक नवंबर को पीड़ित जब घर से जा रहा था तो विरेंद्र के भतीजे पन्नालाल ने उसका रास्ता रोककर कहा कि तुम्हारा जाट का एक घर है, तुम्हें हमसे डर नहीं लगता, क्योंकि गांव पूरा मल्लाह जाति का है। इसके बाद पीड़ित चुप अपने घर चला गया। देर शाम करीब साढ़े नौ बजे उसका बड़ा भाई प्रेमचंद दवाई लेने देवन के साथ अमरपुर जा रहा था तो गांव के ही निवासी संजय, देवदत्त, कुमर, राहुल, हरबंस, दिनेश व अशोक ने रास्ते में घेर कर लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
विरोध पर लगाया कनपटी पर देसी कट्टा
वहीं बाद रात के करीब साढ़े दस बजे आरोपी हाथों में लाठी-डंडा, कुल्हाड़ी व देसी कट्टा लेकर उनके घर पर पहुंच गए और घर के अंदर घुसकर मारपीट की। पीड़ित ने विरोध किया तो देसी कट्टा कनपटी पर लगाकर कहा कि आज तो गोली नहीं मार रहे, लेकिन कोई कार्रवाई की तो अबकी बार जिंदा नहीं छोड़ेंगे सीधी गोली मार देंगे।
पुलिस ने विभिन्न धाराओं में किया केस दर्ज
क्योंकि यह गांव हमारी जाति (मल्लाहों) का है, तुम्हारा एक घर है एक की तरह डर कर रहो नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगे। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी उनके परिवार की महिलाओं को भी अकेला घर समझकर बुरा व्यवहार व बेइज्जती करते हैं। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर संजय, देवदत्त, कुमर, राहुल, हरबंस, दिनेश व अशोक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।