चंडीगढ़ : भाजपा के मेयर अनूप गुप्ता को उनकी ही पार्टी बीजेपी के पार्षदों का प्रदर्शन के लिए साथ नहीं मिला। इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी को लेकर सभी पार्षदों के प्रदर्शन में मेयर पहुंचे थे, लेकिन बीजेपी का कोई भी पार्षद वहां पर मौजूद नहीं था। माना जा रहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें इस प्रदर्शन से दूरी बनाने के निर्देश मिले थे। मेयर अनूप गुप्ता, आप और कांग्रेस के पार्षदों एंव चंडीगढ़ व्यापार संगठन के सदस्य भी मौजूद रहे।
चंडीगढ़ सिविल सेक्रेटेरिएट के बाहर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सिविल सेक्रेट्रिएट के गेट के एक तरफ आम आदमी पार्टी के पार्षद और दूसरी तरफ कांग्रेस के पार्षद अलग-अलग जगह धरने पर बैठे। इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के कारण शहर में दोपहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन बंद है। वहीं चार पहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन भी जल्द बंद हो जाएगा।
चंडीगढ़ प्रशासक पंजाब दौरे पर
धरना स्थल पर मेयर अनूप गुप्ता के साथ पहुंचे भाजपा के नवनियुक्त चंडीगढ़ के प्रधान जतिंदर पाल मल्होत्रा ने कहा कि चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित आज पंजाब के दौरे पर है। कल उनके साथ एक बैठक की जाएगी और अब पॉलिसी में राहत देने की मांग की जाएगी। अगर 2 दिन के अंदर शहर के व्यापारियों को राहत नहीं मिलती है, तो वह पार्टी लाइन से ऊपर उठकर खुद धरने पर बैठेंगे।
सभी पार्षदों ने लिया था प्रदर्शन का फैसला
नगर निगम की कल हुई बैठक में सभी पार्षदों ने इस प्रदर्शन को लेकर फैसला लिया था। विपक्षी पार्षदों के विरोध के बाद चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता ने इसका ऐलान किया था। बिना पार्षदों की सहमति के चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा यह पॉलिसी लागू करने पर उनके द्वारा विरोध किया जा रहा है।
लोग मोहाली-पंचकूला से खरीद रहे वाहन
मीटिंग में विपक्षी पार्षदों ने चंडीगढ़ प्रशासन पर आरोप लगाए की प्रशासन की इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के कारण लोग मोहाली और पंचकूला से वाहन खरीद रहे हैं। इससे चंडीगढ़ को रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है। जब चंडीगढ़ में पेट्रोल डीजल के वाहनों की बिक्री नहीं हो सकती है तो मोहाली और पंचकूला से वाहनों के आने पर भी पाबंदी लगाई जानी चाहिए।