पानीपत शहर की गोपाल कॉलोनी में 22 वर्षीय एक युवक ने घर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक 24 घंटे से भी ज्यादा समय से कमरे में बंद था। दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं दिया। इस पर साथी किराएदारों को शक हुआ। जिसके बाद जांच-पड़ताल की गई तो कमरे के दरवाजे के नीचे से झांक कर देखा। इस दौरान वह फंदे पर लटका हुआ दिखाई दिया। पुलिस की मौजूदगी में शव को फंदे से नीचे उतारा गया। परिजनों के बयानों के आधार पर इत्फ़ाकिया करते हुए पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
जानकारी अनुसार रमेश कुमार ने बताया कि वह भावना चौक का रहने वाला है। उसकी कॉलोनी गोपाल कॉलोनी में दुकान व क्वार्टर हैं। क्वार्टर को उसने किराए पर दिया हुआ है। इन्हीं में एक कमरे में पिछले करीब 5 दिन पहले गजेंद्र (22) निवासी बदायूं (यूपी) रहने के लिए आया था। दरअसल गजेंद्र से पहले उसका जीजा प्रवेश उक्त कमरे में 2 साल तक रहकर जा चुका है। इसी के नाते उसने गजेंद्र को कमरा दे दिया था। विजेंद्र तीन दिन से रूटीन की तरह काम पर भी जा रहा था। शनिवार शाम को 8 बजे वह अपने कमरे में दाखिल हुआ था। जिसके बाद से वह भीतर ही बंद था।

दरवाजा खटखटाने पर नहीं मिला रिस्पॉन्स
सोमवार सुबह उसका दरवाजा खटखटाया, कहा कि पानी भर ले, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया। शाम को भी उसका दरवाजा खटखटा कर पानी भरने को कहा, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। अन्य कमरों में रहने वाले किराएदारों ने भी उसे आवाज लगाई। जिसके बाद एक किराएदार ने मालिक रमेश को इस बारे में बताया। रमेश तुरंत उसके जीजा प्रवेश और बहन मुन्नी के पास दूसरी कॉलोनी में गया, दोनों वहां आए। बहन ने दरवाजे के नीचे से झांक कर देखा तो उसके फंदे पर लटके होने का पता लगा।
शादी के बाद दोनों में रहती थी अनबन
मृतक गजेंद्र के भाई राम खिलाड़ी ने बताया कि वें 7 भाई- बहन हैं। जिसमें 3 भाई और 4 बहनें हैं। गजेंद्र तीसरे नंबर पर था। जिसकी करीब 2 साल पहले ही दिल्ली निवासी महिला के साथ शादी हुई थी। शादी के बाद से ही दोनों के बीच अनबन रहती थी। विजेंद्र 1 माह पहले गांव गया था और 8 दिन पहले ही वापस लौटा था। इस बार वह अपनी पत्नी से झगड़ा कर आया था। यहां आने के बाद उससे बातचीत नहीं हुई थी। फांसी लगाने से पहले गजेंद्र ने मां और पत्नी से की फोन पर बातचीत की थी।इसके बाद उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उनकी फोन पर क्या बातचीत हुई, अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। गजेंद्र की मौत के बाद मां-बाप का रो-रो कर बुरा हाल है।
पत्नी के साथ नौकरी करने आया था पानीपत
जांच अधिकारी जगबीर ने बताया कि युवक के फांसी लगाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद घटनास्थल पर पहुंचे और गजेंद्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवाया दिया। परिवार ने किसी भी व्यक्ति पर कोई आरोप नहीं लगाए हैं। गजेंद्र के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले किया जाएगा। मृतक मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले का रहने वाला था और शादी के बाद पानीपत में पत्नी के साथ नौकरी करने आया था। पिछले एक साल से पानीपत में फैक्टरी में काम कर रहा था।