हरियाणा के पानीपत जिले में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा सामने आया है। गांव जलालपुर स्थित कंबल की इंडस्ट्री में बने केमिकल से भरे सीटीपीटी गड्ढे में देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में 3 व्यक्ति गिर गए। जिससे तीनों की मौत हो गई। अलसुबह मामले की सूचना परिजनों को दी गई। सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। तीनों लोगों को गड्ढे में गिरा देख मौके पर मौजूद लोगों में चीख पुकार मच गई। हादसे की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 पर दी।
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। केमिकल से तीनों को बाहर निकालने की किसी की हिम्मत नहीं हुई। वहीं दमकल कर्मियों ने केमिकल के उस गड्ढे से तीनों को किसी तरह बाहर निकाला। आनन-फानन में तीनों को सिविल अस्पताल लाया गया। जहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद तीनों का पंचनामा भरवाकर शवगृह में रखवा दिया गया। पुलिस मामले की आगामी कार्रवाई कर रही है।
वहीं सिविल अस्पताल में पहुंचे तीनों मृतकों के परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया और कार्रवाई की मांग की जा रही है। इतना ही नहीं गुस्साएं लोगों का पुलिस कर्मियों से विवाद भी हो गया। जिसको देखते हुए शहर के सिविल अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। शहर थाना पुलिस ने अन्य पुलिस बल को सिविल अस्पताल में तैनात किया गया है। परिजनों ने फैक्टरी संचालकों पर कर्मचारियों की हत्या का आरोप लगाया है।
परिजनों का आरोप साजिश के तहत की गई कर्मचारियों की हत्या
सिविल अस्पताल में गुस्साए परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि फैक्टरी में तीनों लोगों की साजिश के तहत हत्या की गई है। हत्या करने के बाद ही कर्मचारियों को गड्ढे में डाला गया है। परिजनों का कहना है कि एक साथ केमिकल के गड्ढे में एक साथ तीन लोग नहीं गिर सकते और न ही गड्ढे में इतना केमिकल था कि तीनों की एक साथ मौत हो गई। आरोप है कि फैक्टरी में कर्मचारियों की हत्या से पहले अन्य कर्मचारियों को भेज दिया गया। हत्या के दौरान फैक्टरी के गेट पर दो सिक्योरिटी गार्ड तैनात थे, जो वारदात के बाद मौके से भाग गए। परिजनों का आरोप है कि वारदात के दौरान फैक्टरी के सीसीटीवी को तोड़ दिया गया। मौके पर सीसीटीवी की डीवीआर भी नहीं मिली है। कर्मचारियों की हत्या के बाद उनकी आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है।
देर रात करीब 2 बजे हादसा हुआ घटित
जानकारी के मुताबिक हादसा गोरजा इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड में हुआ है, जो कि कंबल की इंडस्ट्री है। इसे दो-तीन पार्टनर मिलकर संचालित कर रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि जिस गड्ढे में तीनों गिरे हैं, वह सीटीपीटी का गड्ढा है। जिसमें केमिकल वाला पानी रिसाइकिल होकर दोबारा प्रयोग करने योग्य किया जाता है। वहीं सामने आया कि हादसा देर रात करीब 2 बजे का है। जब तीनों संदिग्ध परिस्थितियों में गड्ढे में गिरे थे। देर रात 3 बजे से प्रशासन का अमला मौके पर मौजूद है।
मृतक इस्लाम और कुर्बान थे दोनों चाचा-भतीजा
मृतकों की पहचान गांव रसलापुर निवासी कुर्बान, गांव जलालपुर निवासी इस्लाम और गांव रसलापुर निवासी सुरेश के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि इस्लाम और कुर्बान दोनों चाचा-भतीजा थे। जो कि इंडस्ट्री से केमिकल ट्रैक्टर में भरकर ड्रेन में छोड़ने का काम करते थे। दोनों पूर्व सरपंच का ट्रैक्टर चलाते थे। वहीं सुरेश फैक्टरी में इलेक्ट्रिक फिटर था। प्राथमिक रूप से जानकारी मिली है कि इस्लाम और कुर्बान की मौत गैस की चपेट में आने से हुई है। उनको बचाने सुरेश आया तो वह भी टैंक में गिर गया। दमकल विभाग ने गैस को निष्क्रिय करने वाले केमिकल का छिड़काव करने के बाद तीनों को बाहर निकाला। मगर किसी की जान नहीं बच सकी।
इंडस्ट्री के अंदर-बाहर के सीसीटीवी कैमरें नहीं थे चालू
आरोप लगाते हुए परिजनों ने कहा कि तीनों की हत्याएं हुई हैं। उनके सिर, मुंह व अन्य जगहों पर चोट के निशान भी हैं। इतना ही नहीं, परिजनों ने आरोप ये भी लगाए हैं कि इंडस्ट्री के अंदर-बाहर के सीसीटीवी कैमरे भी चालू नहीं थे। सभी कैमरे उखाड़कर फेंके हुए थे। इस फैक्टरी में चादर और कंबल का उत्पादन होता है। इससे निकलने वाले दूषित केमिकल युक्त पानी को बेसमेंट में करीब 15 फुट गहरे और 20 फुट लंबे टैंक में जमा किया जाता था। जानकारी के मुताबिक इस टैंक की क्षमता करीब 7000 लीटर की है। बताया जा रहा है कि फैक्टरी मालिक केमिकल युक्त पानी को चोरी से रात 7 से सुबह 6 बजे तक ड्रेन नंबर दो में टैंकरों से डलवाता है।