शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने में केवल 12 दिन का समय शेष बचा है। पानीपत का सिद्ध प्राचीन देवी मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है। शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों और अन्य जिलों से भी लोग नवरात्रों के दौरान यहां पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इस बार प्रसिद्ध देवी मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की भक्ति के सामने थोड़ी अड़चनें आ सकती हैं। बता दें कि देवी मंदिर के सामने कई दिन से सड़क की मरम्मत का कार्य चल रहा है, लेकिन कार्य को पूरा करने में कोई तत्परता नहीं दिखाई जा रही है। साथ ही सड़क मरम्मत के कार्य को लेकर अनियमिताएं बरती जा रही हैं। जिससे नवरात्रों के दौरान देवी मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्तूबर से होने जा रही है। 9 दिन चलने वाले नवरात्रि उत्सव का समापन 24 अक्टूबर को होगा। इन 9 दिनों तक चलने वाले नवरात्रि उत्सव में श्रद्धालु पूरी तरह से मां की भक्ति में लीन रहते हैं। साथ ही श्रद्धालु उपवास रखकर पूजा-अर्चना के लिए देवी मंदिर में पहुंचते हैं। दिन-रात मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है। साथ ही मंदिर के बाहर मेले जैसा माहौल नजर आता है, लेकिन इन नवरात्रों की चमक थोड़ी फीकी पड़ती नजर आ रही है। देवी मंदिर के बाहर चल रहे सड़क मरम्मत का कार्य कई दिन से किया जा रहा है, लेकिन कार्य को पूरा करने के प्रति कोई सजगता नहीं दिखाई जा रही है। साथ ही प्रशासन भी कार्य जल्द पूरा करने के प्रति सजग नहीं है। ऐसे में प्राचीन देवी मंदिर में 9 दिन चलने वाले नवरात्रि उत्सव का उल्लास कम होता दिखाई दे रहा है।

शहरवासियों का कहना है कि सड़क निर्माण का कार्य कई दिनों से अधूरा पड़ा है। देवी मंदिर मां दुर्गा को समर्पित है। जिसमें मां बाला सुंदरी की प्रतिमा स्थापित है। यह मंदिर पानीपत शहर के प्रमुख मंदिरों में से एक है, साथ ही पर्यटकों को भी आकर्षित करता है। नवरात्रि के दिनों में मंदिर का अपना खास महत्व है। जिसकी मान्यता प्रदेश के विभिन्न जिलों में रह रहे लोगों में है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का इतिहास करीब 250 वर्ष पुराना है। इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में किया गया था। मंदिर के प्रति लोगों की आस्था बढ़ती जा रही है। नवरात्रि उत्सव को देवी मंदिर में विशेष रूप से मनाया जाता है। जिसके तहत मंदिर में नवरात्रि के 9 दिन विशेष दुर्गा पूजा के साथ अनुष्ठान किए जाते हैं। जिसमें शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों से भी लोग शामिल होते हैं, लेकिन इस बार सड़क मरम्मत का कार्य भक्तों की आस्था में अड़चन बनता दिखाई दे रहा है।

वाहनों चालकों को आवागमन में हो रही परेशानी
नवरात्रों के प्रारंभ होने के कई दिन पहले ही देवी मंदिर को फूलों व लाइट से सजाने का कार्य शुरू हो जाता है। मंदिर का आध्यात्मिक वातावरण श्रद्धालुओं के दिल और दिमाग को शांति प्रदान करता है, लेकिन अधूरे पड़े सड़क निर्माण के कारण प्रशासन की लापरवाही उजागर हो रही है। जिस तरफ अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है। साथ ही यहां से गुजरने वाले लोगों को भी आने-जाने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। वाहन चालकों को गंतव्य की ओर जाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। मंदिर के आसपास कई अस्पताल होने के चलते एंबुलेंस को भी आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि त्योहारी सीजन को देखते हुए सड़क की मरम्मत का कार्य जल्द करवाया जाए।