हरियाणा में हाल ही में हुए जहरीली शराब कांड के बाद, एक्साइज डिपार्टमेंट ने सक्रियता बढ़ाते हुए शराब की दुकानों में रैंडम चेकिंग शुरू की है। इस नए उपाय के साथ-साथ, स्टॉक की भी जांच की जाएगी। इस कांड में अब तक हरियाणा के अंबाला और यमुनानगर जिले में 21 मौतें सामने आई हैं। इसके परिणामस्वरूप, हरियाणा पुलिस और एक्साइज डिपार्टमेंट ने नकली शराब की बिक्री के खिलाफ दो-तरफा जांच शुरू की है।
शराब की दुकानों से लिए जाने वाले रैंडम सैंपलों की जांच के लिए पंचकूला भेजे जाएंगे, और उसके साथ ही जब्त की जाने वाले स्टॉक की भी जांच की जाएगी। एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट अब यमुनानगर जिले से शुरू करेगा इस मुहिम की जांच, और इसे फिर पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। कुछ बिंदुओं पर इस जांच का मुख्य फोकस होगा, जैसे कि शराब की बोतलों पर होलोग्राम की मौजूदगी और इसकी वैधता का पता लगाना। इसके अलावा, शराब कंपनियों के प्रबंधन से भी पूछताछ की जाएगी। इसमें स्टॉक की पुनराराखणी भी शामिल होगी। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक एएस चावला ने अंबाला की अवैध फैक्ट्री का निरीक्षण किया है और गहन जांच के निर्देश दिए हैं। इसमें शामिल होने वाले बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
छापे में गिरफ्तार लोगों में एक लाइसेंसधारी भी
हरियाणा में यमुनानगर और अंबाला में जहरीली शराब के लिए लिए गए सैंपलों की जांच पंचकूला में हो रही है, और इसकी रिपोर्ट की संभावना है कि यह 16 नवंबर तक आएगी। एक्साइज डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि बोतलों पर होलोग्राम की जाँच भी एक या दो दिन में पूरी हो जाएगी। इस जहरीली शराब कांड के बाद, पुलिस ने छापे के दौरान तस्करों से शराब बनाने वाली मशीनों को बरामद किया है। इस छापे में गिरफ्तार लोगों में एक लाइसेंसधारी भी है, जो यमुनानगर में सरकारी शराब की दुकान संचालित करता था। उसके बाद, इसे बंद कर दिया