ट्रेड यूनियन के आह्वान पर भारत बंद का ऐलान किया गया था और इसी के चलते गोहाना में हरियाणा रोडवेज के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया और रोडवेज का चक्का जाम करने का काम किया है। वहीं रोडवेज चक्का जाम होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार से कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन सरकार की तरफ से मांगों को लेकर कोई भी सहमति नहीं दी गई है। गोहाना में कर्मचारियों की तरफ से हड़ताल की गई लेकिन बाजार ज्यों के त्योहार खुले रहे।
गोहाना में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुए हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने हड़ताल की है। रोडवेज का चक्का जाम किया हुआ है। जानकारी के मुताबिक के 16 तारीख को भारत बंद का ऐलान किया गया था और उसी के मुताबिक गोहाना में रोडवेज के कर्मचारियों ने बैठकर प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। वहीं उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार किसान मजदूर और कर्मचारियों के लिए नए-नए हथकंडे अपना रही है।
वहीं रोडवेज के कर्मचारियों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल में अपना समर्थन देते हुए यह भी कहा कि सरकार से कई बार बातचीत हो चुकी है और विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया जा चुका है। कर्मचारियों की मांग है कि पुरानी पेंशन बहाल की जाए, रोडवेज के कर्मचारियों के भत्ते और कैशलेस सुविधा के लिए डिमांड अभी तक लागू नहीं हुई है। अलग-अलग मांगों को लेकर लगातार सरकार के साथ बातचीत होती रही है और सरकार की तरफ से कोई भी निष्कर्ष नहीं निकला है। रोडवेज के कर्मचारियों का यह भी कहना है की हरियाणा में 265 प्राइवेट बसों के रुट्स को रद्द करने की भी मांग की जा चुकी है लेकिन कोई भी मांग सरकार द्वारा नहीं मानी गई है।