केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को देशभर में हो रही राष्ट्रव्यापी हड़ताल का असर हरियाणा में भी देखने को मिला। यमुनानगर में हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा और सर्व कर्मचारी संघ के कर्मचारियों ने सुबह से ही यमुनानगर बस स्टैंड पर डेरा डाल दिया और कार्य का बहिष्कार करते हुए हड़ताल शुरू कर दी। इस हड़ताल से सामान्य बस संचालन प्रभावित हुआ है, जिससे आमजन को आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ा।
हालांकि रोडवेज की कुछ श्रेणियों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। इलेक्ट्रिक बसें, किलोमीटर स्कीम के तहत चल रही बसें और निजी बसें सामान्य रूप से रूटों पर चल रही हैं। वहीं कुछ सरकारी बसें भी सुबह के समय संचालन में रही, लेकिन हड़ताली कर्मचारियों ने दावा किया है कि 10 बजे के बाद इन सभी बसों को पूरी तरह से डिपो में रोक दिया जाएगा।
इस आंदोलन को और मजबूती तब मिली जब संयुक्त किसान मोर्चा ने भी इस हड़ताल को समर्थन देने की घोषणा की। किसानों ने तय किया है कि वे बुधवार सुबह 11 बजे जगाधरी अनाज मंडी में इकट्ठा होकर सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करेंगे। यह समर्थन दर्शाता है कि यह हड़ताल केवल कर्मचारियों तक सीमित नहीं रह गई, बल्कि अब इसका दायरा सामाजिक और राजनीतिक रूप से भी विस्तृत हो चुका है।
रोडवेज यूनियन यमुनानगर की प्रधान महिला सौदा ने बताया कि जिले में रोडवेज के कुल 155 बसें हैं, जिनमें से अधिकांश पर हड़ताल का असर पड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि अलग-अलग कर्मचारी संगठन भी समर्थन में आ रहे हैं, जिससे यह हड़ताल और अधिक व्यापक होती जा रही है।
यह आंदोलन सरकारी नीतियों, निजीकरण और कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर उठ रही नाराजगी की अभिव्यक्ति है, जो अब संगठित रूप से सड़कों पर दिखाई दे रही है।