- हरियाणा में बदले मौसम ने दी राहत, कई जिलों में बारिश व बूंदाबांदी से तापमान में भारी गिरावट
- तूफान ने मचाई तबाही, 10 लोगों की मौत, 42 घायल; फरीदाबाद व करनाल में भारी नुकसान
- 27 से 29 मई तक बारिश की भविष्यवाणी, तेज हवाओं और ओलावृष्टि के भी संकेत
हरियाणा में नौतपा की शुरुआत के बाद भीषण गर्मी की बजाय बारिश और ठंडी हवाओं ने लोगों को राहत दी है। रविवार सुबह से पलवल में मूसलधार बारिश जारी है, वहीं झज्जर और पानीपत में हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई। सोनीपत और नारनौल में बादलों ने डेरा जमाया है, जबकि यमुनानगर, जींद और फतेहाबाद में मौसम साफ बना हुआ है। इस बदलाव से राज्य के अधिकतम तापमान में 6.9 डिग्री की गिरावट आई है और यह सामान्य से 7.6 डिग्री नीचे चला गया है। भिवानी रविवार को सबसे गर्म जिला रहा, लेकिन तापमान 36.3 डिग्री तक ही पहुंच सका।
शनिवार रात प्रदेश के 7 जिलों में आए तूफान ने तबाही मचाई। हिसार में नहर टूटी, फरीदाबाद में छत गिरने से 5 लोग घायल, करनाल में छज्जा गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हुआ। कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। इस महीने की आंधी-बारिश ने अब तक 10 लोगों की जान ली है और 42 घायल हुए हैं।
आने वाले दिनों में भी राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग ने 27 और 28 मई को पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर में 25-50% तक बारिश की संभावना जताई है, जबकि अन्य 11 जिलों में 25% तक बारिश हो सकती है। 29 मई को पूरे प्रदेश में वर्षा की संभावना है और पंचकूला व यमुनानगर में 50-75% तक बारिश की चेतावनी दी गई है। इस दौरान 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
हिसार में तापमान में सबसे अधिक गिरावट देखी गई, जहां 9.7 डिग्री की कमी के साथ अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री रहा। पंजाब में भी नौतपा के बीच लू का अलर्ट नहीं है, बल्कि बारिश के कारण सामान्य से 5.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश में अगले 6 दिन बारिश के साथ तूफान और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है, खासकर कुल्लू, शिमला, सोलन, मंडी और सिरमौर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।

