Haryana हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने शनिवार को गिरफ्तार में लिया। खरखौदा स्थित उनके आवास पर छापेमारी के बाद एसीबी की टीम उन्हें पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। मामला पारिवारिक विवाद को सुलझाने की एवज में एक लाख रुपये रिश्वत मांगने से जुड़ा है। इस मामले में एसीबी ने सोनिया अग्रवाल के ड्राइवर कुलबीर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। एसीबी ने रोहतक थाने में मामला दर्ज कराया है।
क्या है पूरा मामला
मामला जींद जिले के राजगढ़ गांव के अनिल कुमार की शिकायत पर दर्ज हुआ। अनिल कुमार ने एसीबी को शिकायत दी थी कि आरोपियों ने उनके और उनकी पत्नी के बीच चल रहे पारिवारिक विवाद को सुलझाने के बदले एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। अनिल कुमार ने इस मामले की शिकायत एसीबी से की, जिसके बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। शनिवार को एसीबी की टीम ने खरखौदा स्थित सोनिया अग्रवाल के आवास पर छापेमारी की। घर की तलाशी लेने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए ले जाया गया। इसके बाद टीम दोबारा उनके घर पहुंची और विस्तृत छानबीन की।
डीएसपी की अगुवाई में की कार्रवाई
डीएसपी कमलजीत की अगुवाई में जींद एसीबी यूनिट ने गजेटेड अधिकारी की मौजूदगी में आरोपियों को गिरफ्तार किया। सोनिया अग्रवाल और उनके ड्राइवर कुलबीर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। एसीबी थाने रोहतक में एफआईआर नंबर 27, दिनांक 14-12-2024 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 और 7ए व भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
महिला आयोग की छवि पर असर
यह घटना हरियाणा महिला आयोग की साख के लिए बड़ा झटका है। उपाध्यक्ष पर लगे आरोपों और उनके पीए की गिरफ्तारी ने आयोग की विश्वसनीयता को सवालों के घेरे में ला दिया है। सोनिया अग्रवाल की हिरासत और उनके पीए की गिरफ्तारी ने हरियाणा की राजनीति और प्रशासन में भूचाल ला दिया है। जांच के निष्कर्ष ही यह तय करेंगे कि उपाध्यक्ष पर लगे आरोप कितने सही हैं। फिलहाल, एसीबी की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है।