Haryana के गांव घोघड़ीपुर के निवासी अमित मान, जिन्हें 2024 में America में एक दुर्घटना का सामना करना पड़ा था, अब घर लौट आए हैं। उनका यह यात्रा बेहद कठिन था, जो उन्होंने डंकी रूट से अमेरिका तक की थी। अमेरिका में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद, कांग्रेस नेता ने वादा किया था कि वे अमित के परिवार से भारत लौटकर मिलेंगे, जो उन्होंने 20 सितंबर 2024 को निभाया।
अमित ने साझा की डंकी रूट की भयावहता
अमित मान ने दैनिक भास्कर से बातचीत में डंकी रूट के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें उन्होंने बताया कि रास्ते में लाशें मिलती हैं और अगर किसी को चलने में कठिनाई होती है तो वह वहीं तड़प-तड़प कर मर सकता है। उन्होंने कहा, “इस रूट पर चलना आसान नहीं है, वहां जंगलों, नदियों और पहाड़ों को पार करना पड़ता है, और रास्ते में कई खतरनाक परिस्थितियाँ होती हैं।”
अमित का अमेरिका यात्रा और खर्च
अमित मान ने अपनी तीन बीघा जमीन बेचकर डंकी रूट के जरिए अमेरिका जाने का फैसला किया था। इस यात्रा पर उन्होंने 42 लाख रुपये खर्च किए, लेकिन अब भी उनका घर गिरवी पड़ा हुआ है। वे ट्रक चलाते थे, लेकिन रास्ते में उन्हें अनेक संकटों का सामना करना पड़ा।
राहुल गांधी से मुलाकात का सफर
अमित ने बताया कि उनकी मुलाकात राहुल गांधी से उनके भाई तेजी मान और उपेंद्र मान के माध्यम से हुई थी। राहुल गांधी ने उनसे मुलाकात के दौरान उनका हाल-चाल पूछा और वादा किया कि वह उनके घर आएंगे, जो उन्होंने बाद में निभाया।
इलाज का खर्च उठा रहे वीरेंद्र सिंह राठौर
अमित के स्वास्थ्य को लेकर कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह राठौर ने उनकी मदद का हाथ बढ़ाया। अब, उनके इलाज का खर्च वीरेंद्र सिंह राठौर उठाएंगे, क्योंकि अमित को अब भी सही तरीके से चलने और देख पाने में कठिनाई हो रही है।
अमित मान की यात्रा ने डंकी रूट की कड़ी सच्चाई को उजागर किया है, जिसमें जान जोखिम में डालने के बावजूद बेरोजगारी और बेहतर जीवन की चाहत उन्हें इस मार्ग पर लाती है। राहुल गांधी से मुलाकात ने न केवल उनके जीवन के दर्द को सामने लाया बल्कि उनकी मदद के लिए कांग्रेस के नेता भी सामने आए हैं।