Harshita Garg brought glory to the state by securing 5th position

Haryana की बेटी हर्षिता गर्ग ने ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट AILET में 5वां स्थान हासिल कर बढ़ाया प्रदेश का मान

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एक हरियाणा के नारनौल शहर की बेटी ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली द्वारा आयोजित ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट में पांचवां स्थान हासिल करने में कामयाब रही है। इस बड़ी सफलता के मौके पर उन्हें बहुत सारी बधाइयां मिल रही हैं।

बता दें कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली की ओर से 13 दिसम्बर 2023 को ऑल इंडिया एंट्रेंस टेस्ट का रिजल्ट जारी कर दिया है, जिसे परीक्षार्थियों द्वारा साइट के माध्यम से चेक किया जा सकता है। जिसको लेकर एनएलयू दिल्ली ने कहा कि बीए-एलएलबी और एलएलएम के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया 15 दिसंबर को सुबह 11 बजे शुरू की जाएगी। जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। बताया जा रहा है कि बीए-एलएलबी के ऑल इंडिया एंट्रेंस टेस्ट के लिए कुल 18,044 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था और उनमें से 17,174 परीक्षा में उपस्थित हुए। वहीं एलएलएम के लिए 1,866 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था और 1,457 ने परीक्षा दी थी। अखिल भारतीय कानून प्रवेश परीक्षा देश भर के 35 शहरों में 50 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। बता दें कि हर्षिता गर्ग हरियाणा के नारनौल शहर के हुडा सेक्टर 1 निवासी हरगोविंद गर्ग की पौती और नवल गर्ग की बेटी है। ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट की परीक्षा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी नई दिल्ली के एडमिशन के लिए आयोजित की गई थी और हर्षिता ने उसमें पांचवां स्थान हासिल किया है। परीक्षा में पूरे देश के छात्रों ने भाग लिया था।

महेंद्रगढ़-नारनौल से की प्रारंभिक शिक्षा पूरी

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बताया जा रहा है कि हर्षिता की शिक्षा का सफर हुडिना के आधारशिला विद्यापीठ विद्यालय से शुरू हुआ, उसने आरपीएस महेंद्रगढ़ और आरपीएस नारनौल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। उसके पिता के व्यापार के कारण लगभग तीन साल पहले उन्हें बहादुरगढ़ जाना पड़ा, वहां से उन्होंने अपनी शिक्षा बहादुरगढ़ और दिल्ली से जारी रखी। परीक्षा में हर्षिता ने नारनौल शहर का नाम पूरे देश में ऊंचा किया है।

उड़ान भरने के लिए हौंसलों में जान होना जरूरी

ज्ञात रहे कि ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट की परीक्षा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी नई दिल्ली के एडमिशन के लिए रखी थी। जिस परीक्षा को देने के लिए देश के कोने-कोने से परीक्षार्थी पहुंचे थे, लेकिन कहा जाता है कि उड़ान भी वही भर पाते है, जिनके हौंसलों में जान होती है। इस प्रकार की उपलब्धि को पाने के लिए परीक्षार्थियों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।