हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा ने अपने 7 गानों पर बैन लगाए जाने के बाद सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वह न सिर्फ हरियाणा बल्कि पूरे देश को छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
मासूम शर्मा ने कहा कि उनका भाई भाजपा का एक्टिव वर्कर रहा है और उन्होंने भी भाजपा के लिए फ्री में कई कार्यक्रम किए हैं। उन्होंने कहा कि गानों से कोई क्रिमिनल नहीं बनता, बल्कि यह मजबूरी या शौक से बनते हैं। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वह खुद गन रखते हैं, लेकिन यह केवल सेल्फ डिफेंस के लिए है।
प्रदेश सरकार ने जिन 9 गानों को गन कल्चर को बढ़ावा देने वाला बताया, उनमें से 7 गाने मासूम शर्मा के हैं। इस पर मासूम को लग रहा है कि उन्हें सरकार या उसमें बैठे व्यक्तियों द्वारा टारगेट किया जा रहा है।
सिंगर मासूम शर्मा ने अपने बयान में चार अहम बातें कही:
- “मेरे साथ अन्याय, हाईकोर्ट भी जाऊंगा”
मासूम शर्मा ने कहा कि अगर उनके गानों को टारगेट करके डिलीट कराया गया है, तो यह उनके साथ अन्याय है। उन्होंने सरकार से न्याय की उम्मीद जताई और कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है, तो वह हाईकोर्ट का रुख करेंगे और इसके बाद वह देश छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएंगे। - “गाने से कोई क्रिमिनल नहीं बनता”
मासूम ने कहा कि गाने सुनकर कोई अपराधी नहीं बनता, बल्कि अपराधी बनने के पीछे कोई मजबूरी या शौक होता है। उन्होंने यह भी उदाहरण दिया कि बॉलीवुड फिल्मों में भी हिंसा दिखाई जाती है, लेकिन इससे कोई प्रभावित नहीं होता। - “मैंने खुद भी गाने बंद किए, लेकिन नुकसान हुआ”
उन्होंने बताया कि उन्होंने कुछ समय के लिए बदमाशी के गाने बंद किए थे, लेकिन इससे उनका ग्राफ गिरने लगा था और आर्थिक नुकसान होने लगा। इस कारण उन्हें फिर से वही गाने देने पड़े, जो लोग सुनना चाहते थे। - “अगर हरियाणवी गाने बैन हुए, तो यूथ पंजाबी या बॉलीवुड गाने सुनेगा”
मासूम ने कहा कि अगर सिर्फ हरियाणा के गानों को बैन किया जाएगा तो युवा वर्ग पंजाबी या बॉलीवुड गाने सुनने लगेगा। इससे सरकार का उद्देश्य पूरा नहीं हो सकेगा, क्योंकि लोग गाने तो सुनेंगे ही, चाहे वह हरियाणा के हों या पंजाब के।
मासूम शर्मा ने यह भी कहा कि सरकार को इस कानून को पूरे देश में समान रूप से लागू करना चाहिए।