हरियाणा समेत पूरे भारत में झमाझम बरसात1

हरियाणा समेत पूरे भारत में झमाझम बरसात का अलर्ट, जानिए कहां-कहां रेड और यलो अलर्ट जारी

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➤ दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे देश में 9 दिन पहले पहुंचा, दिल्ली समेत सभी हिस्से कवर
➤ हिमाचल, उत्तराखंड, झारखंड और मध्यप्रदेश में रेड अलर्ट, ओडिशा में बाढ़ की चेतावनी
➤ पंजाब, हरियाणा, यूपी और दिल्ली में झमाझम बारिश का दौर जारी, कई जिलों में स्कूल बंद



भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रविवार को ही राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली को कवर कर लिया है। 2020 के बाद यह पहला मौका है जब मानसून समय से 9 दिन पहले देश भर में सक्रिय हो गया है। इस बार मानसून 24 मई को केरल पहुंच गया था, जबकि सामान्य तिथि 1 जून होती है।

उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक, पहाड़ों से मैदानों तक, सभी राज्यों में इस सप्ताह तेज और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक भारी से अति भारी वर्षा का अनुमान जताया है।

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हरियाणा-पंजाब: चंडीगढ़ में रविवार सुबह तक 119.5 मिमी बारिश दर्ज हुई। रोहतक, गुरुग्राम, कैथल, नूंह, पंचकूला समेत कई शहरों में 91 मिमी से अधिक वर्षा हुई। 1 जुलाई तक यलो अलर्ट जारी है।

दिल्ली: बारिश के साथ बिजली गिरने का खतरा और 32 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान का पूर्वानुमान है। यलो अलर्ट लागू है।

झारखंड: सोमवार को रेड अलर्ट, रांची समेत कई जिलों में भारी बारिश, पूर्वी सिंहभूम के एक स्कूल में 162 छात्र पानी में फंसे, रेस्क्यू कर निकाला गया।

ओडिशा: उत्तरी हिस्सों में बाढ़ का खतरा, बालासोर और मयूरभंज हाई अलर्ट पर। बुधबलंग, सुवर्णरेखा और जलाका नदियों का जलस्तर बढ़ा।

उत्तराखंड: 9 जिलों में रेड अलर्ट (देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल आदि)। अन्य में ऑरेंज अलर्ट

हिमाचल प्रदेश: सिरमौर, सोलन, शिमला, बिलासपुर में रेड और ऑरेंज अलर्ट, 1-4 जुलाई तक यलो अलर्ट। कुछ क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका।

मध्य प्रदेश: 30 जून से 2 जुलाई तक तीन दिन भारी बारिश। ग्वालियर, रीवा, सिवनी, मंदसौर, बालाघाट, पांढुर्णा जैसे जिलों में अति भारी वर्षा का अलर्ट

उत्तर प्रदेश: मानसून की जोरदार वापसी, 35 जिलों में भारी बारिश और 65 जिलों में बिजली गिरने का खतरा। कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट और मेघगर्जन की चेतावनी।

पूर्वोत्तर भारत और पहाड़ी राज्य: अरुणाचल, असम, मणिपुर, मिजोरम तक लगातार बारिश का सिलसिला। लाम्डिंग-बदरपुर रेल खंड आंशिक रूप से बहाल, कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित।

आईएमडी के मुताबिक, इस बार देश के अधिकतर हिस्सों में औसत से अधिक वर्षा होने की संभावना है, जिससे कृषि उत्पादन और जल भंडारण को बल मिलेगा। हालांकि पंजाब, हरियाणा, केरल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में कम वर्षा का पूर्वानुमान है।

हरियाणा में मानसून एक्टिव है। अंबाला और यमुनानगर में देर रात से बारिश हो रही है। पंचकूला और झज्जर में भी देर रात बारिश हुई। अभी फरीदाबाद, पानीपत और झज्जर में बादल छाए हुए हैं। बारिश के आसार हैं।मौसम विभाग ने आजपूरे प्रदेश में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 8 जिलों अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, पानीपत व सोनीपत में तेज बारिश होगी। बाकी जिलों में भी रिमझिम बारिश रहेगी।
बीते कल मानसून ने (29 जून) पूरे प्रदेश को कवर कर लिया है। जिसके बाद रविवार को 16 जिलों में जमकर बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में मानसून 5 दिन पहले आया है। इस वजह से पिछले साल के मुकाबले 24% बारिश ज्यादा हो चुकी है। अकेले जून महीने में 29 जून तक सामान्य तौर पर 50MM बारिश होनी चाहिए थी लेकिन 62MM बारिश हो चुकी है। बारिश की वजह से रविवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान 3 डिग्री कम रहा। वहीं ओवरऑल तापमान सामान्य से 6 डिग्री नीचे पहुंच गया है। जिस वजह से उमस भरी गर्मी झेल रहे लोगों को राहत मिली है। इसी वजह से रविवार शाम को लोग बड़ी संख्या में पार्कों और बाजारों में घूमने के लिए निकले।