Haryana में शुक्रवार देर रात आई तेज़ आंधी और तूफान ने प्रदेश के कई हिस्सों में कहर बरपा दिया। सबसे चौंकाने वाली घटना कुरुक्षेत्र से सामने आई, जहां एक साइकिल सवार व्यक्ति तेज़ हवाओं के चलते नहर में गिर गया और करीब 12 किलोमीटर तक बहता चला गया। गोताखोरों की मदद से उसे एक घंटे की मशक्कत के बाद जिंदा बचा लिया गया, फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है।
पीड़ित रात करीब 11 बजे नहर की पटरी से होते हुए अपने घर लौट रहा था, तभी तेज़ आंधी के झोंके ने उसका संतुलन बिगाड़ दिया और वह नहर में जा गिरा। उसकी चीख सुनकर स्थानीय लोगों ने तुरंत गोताखोरों को बुलाया और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
14 जिलों में नुकसान, कई जगह बिजली गुल
राज्य के 14 जिलों में तेज़ हवाओं और बारिश के कारण फसलें बर्बाद, पेड़ गिरे, वाहन क्षतिग्रस्त हुए और बिजली आपूर्ति ठप रही।
कुरुक्षेत्र:
नहर में गिरे व्यक्ति को समय रहते बचा लिया गया। चंद्रभानपुर गांव में खेतों में लगी आग ने कई घरों को चपेट में ले लिया।
करनाल:
तेज़ हवाओं से एक बड़ा पेड़ दो गाड़ियों पर गिर गया, जिससे वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। मंडियों में पड़ा किसानों का गेहूं भी भीग गया।
जींद:
आंधी के कारण 100 से अधिक पेड़ गिर पड़े, जिससे 10 गांवों में बिजली गुल रही। कई लिंक रोड भी अवरुद्ध हो गए।
कैथल:
तेज़ आंधी के चलते खेतों में आग लग गई, जिससे खड़ी गेहूं की फसल राख हो गई। किसानों को लाखों का नुकसान हुआ।
झज्जर:
आग की चपेट में आकर कई एकड़ गेहूं जल गया। गुस्साए ग्रामीणों ने झज्जर-दादरी रोड पर जाम लगा दिया। आग फैलने के डर से एक मकान को खाली करवाया गया।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
हरियाणा के अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर में आज फिर से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद 23 अप्रैल तक कोई विशेष अलर्ट नहीं है, लेकिन हल्की बारिश और तेज़ हवाएं जारी रह सकती हैं।
अन्य राज्यों में भी असर
पंजाब:
संगरूर में तेज़ हवाओं से टॉवर गिर गया, जिससे 4-5 घरों की छतों को नुकसान हुआ। कई इलाकों में पेड़ गिरे और बिजली आपूर्ति बाधित रही।
हिमाचल प्रदेश:
मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए भारी बारिश, ओलावृष्टि और 60 किमी प्रति घंटे की तूफानी हवाओं की चेतावनी दी है। प्रभावित जिलों में चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला शामिल हैं।
फसलें बर्बाद, किसानों को झटका
हरियाणा के कई जिलों में गेहूं की फसल या तो आग में जल गई या फिर बारिश के कारण भीग कर खराब हो गई। अनुमान है कि किसानों को कई करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।