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हिसार एयरपोर्ट की ‘उड़ान’ पर संकट! ₹94 लाख बिजली बिल बकाया, लाइसेंस पर भी खतरा मंडराया

हरियाणा हिसार

➤हरियाणा के इकलौते महाराजा अग्रसेन हिसार एयरपोर्ट पर ₹94.43 लाख का बिजली बिल बकाया।
➤एयरपोर्ट को डिफाल्टर घोषित किया गया, बिजली कनेक्शन काटने की चेतावनी।
➤एयरपोर्ट का DGCA लाइसेंस भी अक्टूबर में समाप्त हो रहा है, फ्लाइट संचालन पर संकट

हरियाणा में हाल ही में शुरू हुए महाराजा अग्रसेन हिसार एयरपोर्ट पर बड़ा संकट मंडरा रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी पर करीब ₹94.43 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है, जो कि शुरुआत से अब तक नहीं चुकाया गया। हरियाणा बिजली वितरण निगम (UHBVN) ने इसे लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए एयरपोर्ट को ‘बड़े डिफाल्टरों’ की सूची में सबसे ऊपर रखा है और बिजली कनेक्शन काटने की चेतावनी दे दी है।

🔌 बिजली कनेक्शन पर संकट

हिसार बिजली निगम के एसडीओ सिटी मुकेश रोहिल्ला के अनुसार, एयरपोर्ट को बार-बार रिमाइंडर भेजे गए हैं लेकिन भुगतान नहीं किया गया। एयरपोर्ट के लिए विशेष रूप से 33 केवी का सबस्टेशन बनाया गया है, जिससे हर महीने करीब ₹13 लाख का बिजली खर्च आता है, लेकिन भुगतान शून्य है।

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हैरानी की बात यह है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल 2025 को एयरपोर्ट से हिसार–अयोध्या फ्लाइट की शुरुआत की थी, तब भी करीब 4 महीने का बकाया बिल था। इसके बाद 9 जून को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हिसार–चंडीगढ़ सेवा का उद्घाटन किया, लेकिन बिजली बिल तब भी नहीं भरा गया।

🧾 एयरपोर्ट अथॉरिटी का पक्ष

जब इस मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी से संपर्क किया गया तो उन्होंने साफ कहा कि बिजली बिल का भुगतान करना उनकी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह काम हरियाणा सरकार और सिविल एविएशन विभाग का है। यह बयान जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने जैसा प्रतीत होता है, जबकि बिल की राशि लगातार बढ़ रही है।

🛑 लाइसेंस भी संकट में

बिजली संकट के साथ-साथ एयरपोर्ट का लाइसेंस भी केवल 6 महीने के लिए जारी किया गया था, जो अब अक्टूबर 2025 में समाप्त होने वाला है। इसके लिए DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) में री-लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन समय रहते लाइसेंस न मिलने पर फ्लाइट संचालन बंद हो सकता है।

इस खतरे को देखते हुए एलायंस एयर एविएशन ने अक्टूबर के बाद की कोई बुकिंग वेबसाइट पर नहीं खोली है। इससे यह संकेत मिलता है कि कंपनी को भी लाइसेंस के नवीनीकरण पर संदेह है।

🏢 बिल न भरने की प्रवृत्ति केवल एयरपोर्ट तक सीमित नहीं

इस पूरे प्रकरण में चौंकाने वाली बात यह है कि कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा के अधीन पब्लिक हेल्थ विभाग पर भी करीब ₹64 लाख का बिजली बिल बकाया है। यह हिसार में दूसरा सबसे बड़ा डिफाल्टर है। विभाग के 13 जलघरों में बिजली बिल पेंडिंग है।

✈️ भविष्य की उड़ानों पर भी असर

अभी एयरपोर्ट से हिसार–अयोध्या, हिसार–चंडीगढ़ और हिसार–दिल्ली के लिए फ्लाइट सेवाएं चल रही हैं। सरकार ने जयपुर, देहरादून, जम्मू और अहमदाबाद के लिए भी हवाई सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन मौजूदा संकट के चलते यह योजना अस्थायी ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है।