Asha Worker की मौत पर भड़का विपक्ष, सरकार ने महिलाओं पर किया बल प्रयोग

राजनीति हिसार

हिसार : प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही आशा वर्करों के दौरान आशा वर्कर पारुल की मौत हो जाने पर प्रदेश की राजनीति गर्माती हुई नजर आ रही है, क्योंकि मुद्दे को लेकर विपक्ष भाजपा-जजपा को घेरते हुए नजर आ रहा है।

आशा वर्कर पारूल की मौत हो जाने को लेकर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश के लिए बेहद दुखद एवं शर्मनाक खबर, पुलिस के साथ धक्का मुक्की में बेसुध हुई, आंदोलनरत आशा वर्कर पारुल की इलाज के दौरान मौत हो गई। क्रोध और संवेदना से मन भरा हुआ है। हरियाणा सरकार सत्ता के लालच में गिद्द बिन चुकी है। 2 बच्चे मां की ममता से हमेशा-हमेशा के लिए अलग हो गए।

सरकार समाधान निकालती, तो आज पारूल हमारे बीच होती

Whatsapp Channel Join

रक्षाबंधन के दिन एक भाई की कलाई हमेशा-हमेशा के लिए सूनी हो गई। आशा वर्करों का आंदोलन हफ्तों चलता रहा, लेकिन सरकार ने सुध नहीं ली। हरियाणा सरकार ने महिलाओं पर बल प्रयोग किया, धक्का मुक्की हुई, गिरफ्तारी की गई। आशा वर्करों से बात करके प्रदेश सरकार उनकी समस्या का समाधान निकालती तो आज आशा वर्कर पारुल हमारे बीच होती। आशा वर्कर पारुल पुलिस की धक्का मुक्की के दौरान बेसुध हो गई थी और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

भाजपा-जजपा के अहंकार ने ली एक और की जान : दीपेंद्र हुड्डा
वहीं राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्‌डा ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार के अहंकार और जिद ने एक और जान ले ली। रक्षाबंधन के दिन यमुनानगर से एक आंदोलनकारी आशा वर्कर बहन की मौत की खबर सुनकर दुखी हूं। मृतक आशा वर्कर को श्रद्धांजलि और परिवार के प्रति गहरी संवदेनाएं व्यक्त करता हूं। सरकार से आग्रह है कि अपना अहंकार छोड़े और आशा वर्करों की मांग पर मानवीय दृष्टिकोण से विचार करके उन्हें स्वीकार करे।

सरकार पुलिसिया धक्का-मुक्की करवा रही : सुरजेवाला
मामले पर राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला भी अपनी बात रखते हुए नजर आए, जिन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के पर्व पर खट्‌टर सरकार के हठ एक बहन की जान ले ली। प्रदेश की 20 हजार आशा वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। उनकी बात सुनने की बजाय, उनको राहत देने की बजाय, खट्‌टर सरकार उनसे पुलिसिया धक्का मुक्की करवा रही है। नतीजा आज पारुल अपनी जान से हाथ धो बैठी है। यमुनानगर में आंदोलनरत आशा वर्कर की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा।