Bishnoi Mahasabha chief accused in rape case, lawyer defends citing illness

रेप केस में बिश्नोई महासभा प्रधान पर आरोप, वकील ने बीमारी का हवाला देते हुए किया बचाव

हिसार

अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान देवेंद्र बूड़िया, जिनके खिलाफ रेप का मामला दर्ज हुआ है, ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हिसार के सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की। बूड़िया के वकील पवन रापड़िया ने कोर्ट में अपनी दलील पेश करते हुए कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित और पूरी तरह से झूठे हैं।

वकील ने तर्क दिया कि बूड़िया को पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारी है, जिसके कारण वह ठीक से खड़े नहीं हो सकते और उनके हाथ-पैर भी कांपते हैं। साथ ही, उनकी सेक्स पावर भी कमजोर है। वकील ने अदालत से कहा कि अगर कोर्ट चाहे तो बूड़िया की सेक्स पावर का टेस्ट भी करवाया जा सकता है। रापड़िया का दावा था कि बूड़िया समाज के अंदरूनी राजनीतिक संघर्ष का शिकार हो रहे हैं।

इस मामले में आज यानी 5 फरवरी 2025 को कोर्ट में फिर सुनवाई होगी, जिसमें जमानत याचिका पर फैसला लिया जाएगा।

वकील ने दी 4 अहम दलीलें

1. राजनीति से प्रेरित आरोप
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रधान देवेंद्र बूड़िया पर रेप का आरोप राजनीति से प्रेरित और झूठा बताया गया। उनके वकील पवन रापड़िया ने कोर्ट में कहा कि बूड़िया समाज की इंटरनल पॉलिटिक्स का शिकार हैं और कुलदीप बिश्नोई को महासभा से हटाने की वजह से उन्हें बदनाम किया जा रहा है।

2. आरोपित जगहों पर ठहरे ही नहीं
वकील ने दावा किया कि पीड़िता ने जिन जगहों का जिक्र FIR में किया है, वहां देवेंद्र बूड़िया ने कभी रात नहीं बिताई। चंडीगढ़ में होटल हयात और जयपुर के फ्लैट के बारे में कहा कि यह झूठ है और रजिस्टर में कोई एंट्री नहीं है।

3. बूड़िया को पार्किंसन की बीमारी, सेक्स पावर कमजोर
वकील ने यह भी बताया कि देवेंद्र बूड़िया 2011 से पार्किंसन की बीमारी से जूझ रहे हैं और उनका शरीर ठीक से काम नहीं करता। वह न तो ठीक से खड़े हो सकते हैं, न ही उनकी सेक्स पावर सामान्य है। वकील ने कोर्ट से उनके सेक्स पावर का मेडिकल टेस्ट करवाने का आग्रह किया।

4. हमेशा मदद की, FIR राजनीतिक दबाव में
पवन रापड़िया ने यह भी कहा कि बूड़िया ने पीड़िता की मदद की थी क्योंकि वह आदमपुर में रहने वाली एक गरीब लड़की थी। उसने बूड़िया से वित्तीय सहायता भी मांगी थी। वकील का कहना था कि लड़की पर राजनीतिक दबाव डाला गया, जिसके कारण उसने झूठे आरोप लगाए और FIR दर्ज करवाई।

मामला:

पीड़िता ने आरोप लगाया कि देवेंद्र बूड़िया ने 2024 में चंडीगढ़ और जयपुर में उसे नशे में रेप किया और उसका वीडियो भी बनाया। विरोध करने पर उसे वेश्यावृत्ति के झूठे आरोप में फंसाने की धमकी दी गई। पीड़िता ने बताया कि बूड़िया ने अगस्त 2024 में सिविल लाइंस स्थित फ्लैट पर भी उसका रेप किया और उसे जान से मारने की धमकी दी।

गिरफ्तारी की कोशिशें और अग्रिम जमानत

हिसार पुलिस देवेंद्र बूड़िया की गिरफ्तारी के लिए जोधपुर गई थी, लेकिन वह अंडरग्राउंड हो गए थे। अब, बूड़िया ने अग्रिम जमानत के लिए हिसार सेशन कोर्ट में याचिका दायर की है, और आज इस मामले में कोर्ट में सुनवाई होगी।

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