Haryana के उकलाना के भिखेवाला गांव निवासी किसान रामभगत ने डीएपी खाद न मिलने से परेशान होकर नई अनाज मंडी में कीटनाशक का सेवन कर लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
रामभगत, जो कि 35 साल का किसान था, कई दिनों से उकलाना मंडी में डीएपी खाद के लिए चक्कर काट रहा था। उसने अपने खेत में गेहूं की बुवाई के लिए पानी लगाया था, लेकिन खाद न मिलने के कारण वह अपनी बुवाई नहीं कर पा रहा था, जिससे उसकी भूमि सूखने लगी थी। इस समस्या से अत्यधिक तनाव में आकर उसने कीटनाशक का सेवन किया।
रामभगत को कीटनाशक पीने के बाद स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस बुलाकर उसे उकलाना के सरकारी अस्पताल भेजा, जहां से उसे गंभीर हालत में बरवाला के सरकारी अस्पताल रेफर किया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों की सूचना पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम हिसार के नागरिक अस्पताल में कराया और बाद में शव को परिजनों के हवाले कर दिया। रामभगत के परिवार में उसकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं, और वह लगभग 2 एकड़ कृषि भूमि पर खेती करता था। किसान की आत्महत्या ने डीएपी खाद की कमी और किसानों की कठिनाइयों को उजागर किया है, जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन को अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।