भाखड़ा और यमुना का पानी न छोड़ने से किसान नाराज, सिंचाई विभाग में किया विरोध प्रदर्शन

हिसार

नहरी पानी की मांग को लेकर हिसार में सिंचाई विभाग में किसानों ने धरना दे दिया है। किसानों का कहना है कि बरवाना ब्रांच से दस से 12 नहरें निकलती है। लेकिन सिंचाई विभाग भाखड़ा का पानी पर्याप्त मात्रा में किसानों को नहीं दे रहा। विभाग द्वारा ऐसा करने से 80 से 85 गांवों के लोग प्रभावित हो रहे हैं। किसानों ने यह धरना हिसार की संयुक्त जल संघर्ष समिति ने विजेंद्र बैनीवाल के नेतृत्व में दिया।

क्या कहा किसानों ने

किसानों का कहना है कि हिसार नहरी विभाग में तैनात विभाग के एसई और एक्सईएन कभी नहर पर नहीं चढ़े। किसानों के बार-बार कहने के बावजूद खनौरी हैड से सिंचाई विभाग के अधिकारी पानी लेने के लिए बातचीत नहीं की। किसानों ने कहा कि हम शांतिपूर्ण लड़ाई लड़ेंगे।

किसानों के धरने को देखते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने डीएसपी के माध्यम से बातचीत का संदेश भेजा गया। लेकिन किसानों ने कहा कि अब एसई से कोई बातचीत नहीं होगी। यदि पुलिस प्रशासन ने कोई हरकत की तो पूरा हरियाणा जमा होगा।

किसानों ने दिया था 15 अगस्त का समय

किसानों ने कहा कि हमने पिछले शुक्रवार से एसई से बातचीत शुरू की। किसानों ने एसई को पानी देने को लेकर 15 अगस्त का समय दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी तो 16 अगस्त से उनका कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।

किसानों ने कहा कि यह मैसेज प्रशासन के पास भेजा गया था। हम अपना काम छोड़कर आए हैं। एसई से अब हम बात नहीं करेंगे, क्योंकि उसने तो पहले ही हाथ खड़े कर दिए थे।

किसान कल करेंगे डीसी के साथ मीटिंग

जब डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के साथ हरियाणा सरकार के एसई से बात हो गई थी, लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। अब हम ऐसे बिना पानी लेके नहीं जाएंगे। यमुना के अंदर पानी की कमी नहीं है। पंजाब भाखड़ा के पानी से डूबा हुआ है। अभी तो हम कुछ भी नहीं है।

किसानों ने कहा कि बरसात के मौसम में यमुना का पानी भी किसान मांगते हैं। चार महीने चला था। लेकिन अबकी बार अधिकारियों की लापरवाही के कारण एक दिन भी यमुना का पानी नहीं आया और न ही भाखड़ा का पानी पूरा हो रहा। किसान अब कल हिसार डीसी के साथ मीटिंग करेंगे।