Narnaund : आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस हिसार में हुई। जिसमें किसान नेताओं ने बताया कि 8 जुलाई को देशभर में गैर-भाजपाई 303 सांसदों को मांगपत्र देकर किसानों-मजदूरों की मांगों पर संसद के मानसून सत्र में प्राइवेट बिल पेश करने की मांग की जाएगी। किसान नेताओं ने कहा कि यदि विपक्ष के नेता संसद में प्राइवेट बिल नहीं लाएंगे तो फिर यह माना जायेगा कि वे किसानों के मुद्दों पर गम्भीर नहीं हैं।
किसान नेताओं ने कहा कि युवा किसान नेता नवदीप जलबेड़ा को हरियाणा पुलिस ने 28 मार्च को गिरफ्तार कर के थर्ड डिग्री का टॉर्चर किया जो किसी भी लोकतांत्रिक देश में स्वीकार्य नहीं है। नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के लिए 17 जुलाई को पंजाब-हरियाणा के किसान बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर अम्बाला एसपी का घेराव करेंगे। विधानसभा चुनाव से पहले 20 जुलाई से हरियाणा में तमाम जिलों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिला स्तरीय किसानों-मजदूरों के सम्मेलन आयोजित किये जाएंगे।
किसान-मजदूर महापंचायत
सितम्बर महीने के पहले सप्ताह में राष्ट्रीय स्तर की किसान-मजदूर महापंचायत हरियाणा में आयोजित कराई जाएगी। जिसमें देशभर से लाखों की संख्या में किसान पहुंचेंग। आज किसानों ने बड़ी संख्या में नारनौंद तहसील में इकट्ठा होकर नारेबाजी करी और कहा कि बिजली के अघोषित कटों, तहसील स्तर पर व्यापत घूसखोरी से किसानों में भारी नाराजगी है और यदि बिजली के अघोषित कटों एवम तहसील में व्याप्त घूसखोरी पर रोक नहीं लगाई गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
प्रैस कॉन्फ्रेंस में मुख्य तौर पर अभिमन्यु कोहाड़, लखविंदर सिंह औलख, राजिंदर सिंह चहल, हर्षदीप गिल, दशरथ मलिक, राजू खरड़, राजेश किरमारा, अंग्रेज खैरा, जसविंदर ढुल, जयपाल सिंधू, मांगेराम भाकर, देवेंदर लोरा, रणबीर चमराडा, जसवंत सहरावत, बलवान लोहान, जंगी लोहान, राममेहर सरपंच, कृष्ण माजरा, जगबीर बेरवाल, ओमप्रकाश मांडी, गुरपिंदर, छैलूराम सिंह, कृष्ण मलिक, जगबीर ढंढेरी, देवेंदर लोरा आदि ने भाग लिया।