Hisar के टिब्बा दानाशेर में एक बड़ा मामला सामने आया है। जिसमें एक विवाहित महिला के साथ हाथापाई की गई। मामले में महिला के पति(Husband) पर हमला करने का आरोप है। पति(Husband) ने महिला को बेहद बर्बर तरीके से पीटा और उसे चोट पहुंचाई। महिला की हालत गंभीर हो गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस(police) द्वारा इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मौके पर वीडियो(video) बनाने का काम किया।
जानकारी अनुसार महिला ने अपने इलाज के दौरान बताया कि उसके पति ने पहले भी उसे मारा था और उसके हाथ पर चोट के निशान भी हैं। इसके अलावा उसने बताया कि पुलिस ने पहले के हमले के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की थी। महिला ने अपने अनुभव को सांझा करते हुए कहा कि 11 अप्रैल को भी उसके पति ने उसे बेरहमी से मारा था, लेकिन उस बार भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसने बताया कि वह अस्पताल में काम करती है और उसका पति भी एक प्राइवेट अस्पताल में काम करता है। उसका पति उससे पैसे मांग रहा है और मायके वालों से भी पैसे मांग रहा है।
महिला ने बताया कि वह अपने माता-पिता के साथ और अपने बच्चे के साथ भिवानी से हिसार के टिब्बा दानाशेर आई थी। उसने महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान बनाने के लिए दिए गए सुझावों पर ध्यान दिया और उन्हें अपने सामान और कपड़े लेने के लिए मदद मांगी थी। यहां तक कि महिला को उसके पति और दूसरी महिला द्वारा फिर से मारा गया।
महिलाओं को समाज में सुरक्षित महसूस करने का हक
पुलिस कर्मियों ने बचाव के बजाय वीडियो बनाने में लगे रहे। महिला ने बताया कि पुलिस ने उनकी बात को सुनने के बजाय उन्हें बयान दर्ज कराने में मदद नहीं की। इसके समाधान के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की हिंसा को रोका जा सके। महिलाओं को समाज में सुरक्षित महसूस करने का हक है और सरकार को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून बनाने और उनकी सुरक्षा की गारंटी देने की जिम्मेदारी है।

