Hisar में टैक्स बार एसोसिएशन के चुनाव में कुलदीप जैन को प्रधान चुना गया, जबकि राजेंद्र प्रसाद और सतपाल गोयल को क्रमशः जीएसटी और इनकम टैक्स उप-प्रधान के रूप में निर्वाचित किया गया। इसके अलावा, आदिश जैन को सचिव, संजय शर्मा को सह सचिव, पुनीत मित्तल को कोषाध्यक्ष और जगदीश लाल धमीजा, आलोक जैन और रमेश जैन को कार्यकारी सदस्य चुना गया।
चुनाव का विवरण
चुनाव अधिकारी सीए पवन मित्तल ने बताया कि यह चुनाव लघु सचिवालय में स्थित टैक्स बार एसोसिएशन के सभागार में हुआ। मतदान सुबह 9 बजे शुरू होकर दोपहर 3.30 बजे तक जारी रहा। इस चुनाव में 220 सदस्य थे, जिनमें से 206 ने मतदान किया।
मुख्य परिणाम:
- प्रधान: कुलदीप कुमार जैन – 123 वोट
- उप-प्रधान (जीएसटी): राजेंद्र प्रसाद – 145 वोट
- उप-प्रधान (इनकम टैक्स): सतपाल गोयल – 155 वोट
- सचिव: आदिश जैन – 129 वोट
- सह सचिव: संजय कुमार शर्मा – 107 वोट
- कोषाध्यक्ष: पुनीत मित्तल – 117 वोट
- कार्यकारी सदस्य:
- जगदीश लाल धमीजा – 162 वोट
- आलोक कुमार जैन – 129 वोट
- रमेश जैन – 127 वोट
चुनाव के लिए उम्मीदवार और मुकाबला
इस बार 9 पदों के लिए 19 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। पवन मित्तल ने बताया कि कुल 23 लोगों ने नामांकन भरा था, जिनमें से 4 ने नामांकन वापस ले लिया। प्रधान पद के लिए कुलदीप कुमार जैन और अजय कुमार भारद्वाज के बीच मुकाबला था। उप-प्रधान (जीएसटी) के लिए राजेंद्र प्रसाद और भारत भूषण, उप-प्रधान (इनकम टैक्स) के लिए सतपाल गोयल और मंगल सैनी के बीच सीधा मुकाबला हुआ।
सचिव पद के लिए आदिश जैन और शिवा भारद्वाज, सह सचिव पद के लिए मोहित गर्ग और संजय कुमार शर्मा, जबकि कोषाध्यक्ष के लिए तीन उम्मीदवार – मुकुल मित्तल, पुनीत मित्तल और राजेश कुमार श्योराण चुनाव मैदान में थे। कार्यकारी सदस्य के लिए आलोक कुमार जैन, जगदीश लाल धमीजा, मनीष कुमार, पवन कुमार तनेजा, राकेश और रमेश जैन ने चुनाव लड़ा।
टैक्स बार एसोसिएशन का इतिहास
हिसार के टैक्स बार एसोसिएशन की स्थापना 1979 में हुई थी। अब तक, एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी वार्षिक बैठक में सर्वसम्मति से चुन लिए जाते थे, लेकिन इस बार सदस्यों की मांग पर चुनाव कराए गए।
नव निर्वाचित पदाधिकारियों की घोषणाएँ
नव निर्वाचित प्रधान कुलदीप जैन ने कहा कि उनकी पूरी कार्यकारिणी टैक्स बार एसोसिएशन की गरिमा को बनाए रखते हुए करदाताओं के हितों के लिए काम करेगी। वे सरकार और करदाता के बीच एक कड़ी के रूप में काम करते हुए कर संबंधी समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसके साथ-साथ, वे सरकार द्वारा शुरू की गई नई योजनाओं से करदाताओं को समय-समय पर अवगत कराते रहेंगे।