Haryana में एक बार फिर किसान आंदोलन का बिगुल बज सकता है। पंजाब के किसानों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को और मजबूती देने के लिए हरियाणा की 102 खाप पंचायतें आज Hisar के नारनौंद स्थित बास अनाज मंडी में एकजुट हो रही हैं।
इस महापंचायत में जहां बड़े फैसले लिए जाएंगे, वहीं सभी किसान संगठनों से आंदोलन में एकजुट होने का आह्वान भी किया जाएगा। इसके अलावा, खापें जिला स्तर पर डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगी।
किसान आंदोलन की रणनीति पर बनेगी कमेटी
102 खापों ने आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी बनाई है, जो अग्रिम मोर्चे पर जाकर सरकार से बातचीत करेगी और खापों के आंदोलन को संचालित करेगी। खापों की कमेटी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह आंदोलनरत किसानों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकाले।
11 सदस्यीय कमेटी की घोषणा
खाप पंचायतों द्वारा बनाई गई 11 सदस्यीय कमेटी में प्रमुख रूप से उमेद सिंह सरपंच (रिठाल), जयपाल दहिया (दहिया खाप), सतीश (सतरोल खाप), ओम प्रकाश कंडेला (कंडेला खाप), महावीर (महम चौबीसी तपा), गुरविंद्र सिंह (माजरा खाप), रविंद्र फौगाट (फौगाट खाप दादरी), जगदीश तपा (तपा प्रधान), सुरेंद्र दलाल (दलाल खाप) और अन्य प्रतिनिधि शामिल हैं।
किसान संगठनों को एकजुट करने की पहल
खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रदेश की खापें पूरी तरह से किसान आंदोलन का समर्थन करती हैं। साथ ही, उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से किसानों के लिए रास्ता खोलने की मांग की है। खाप नेताओं का कहना है कि कई किसान संगठन इस आंदोलन से सीधे तौर पर जुड़कर समर्थन दे रहे हैं, लेकिन कुछ संगठन अलग-अलग ज्ञापन दे रहे हैं। खापों ने सभी किसान संगठनों को एक मंच पर लाने के लिए बातचीत शुरू कर दी है।
केंद्र सरकार को चेतावनी
खाप नेताओं ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि यदि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के साथ कोई अनहोनी होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी।