Ranjit Singh Murder Case : डेरा सच्चा सौदा(Dera Sacha Sauda) के मैनेजर रणजीत सिंह के मर्डर केस में हाईकोर्ट(High Court) ने डेरा प्रमुख राम रहीम(Dera chief Ram Rahim) को बरी कर दिया है। इस फैसले से रणजीत सिंह का परिवार बहुत दुखी है। परिवार का कहना है कि वह कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) में चुनौती देंगे। इसके लिए वकीलों से राय ली जा रही है, जल्द ही इसके लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू करेंगे।
बता दें कि डेरामुखी के बरी होने के बाद बेटे जगसीर सिंह का दर्द सामने आया है। जगसीर सिंह ने कहा कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं है, उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। वह सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) जाएंगे और हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देंगे, जल्द आगामी कदम उठाएंगे। जगसीर ने कहा कि अभी वह इस मामले में ज्यादा नहीं बोलना चाहते। वहीं रणजीत के जीजा प्रभु दयाल ने कहा कि हम अपनी लड़ाई मरते दम तक जारी रखेंगे। कोर्ट का फैसला हमारी इच्छा के अनुरूप नहीं आया है। CBI ने हमें पूरा न्याय दिलाया था, लेकिन अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का जो फैसला आया है, वह हमारी इच्छा के खिलाफ है।

रणजीत के परिवार ने 19 साल लड़ा केस 2021 में जब सीबीआई की विशेष अदालत ने राम रहीम सहित पांच दोषियों को सजा सुनाई थी तो रणजीत सिंह का परिवार भावुक हो गया था। रणजीत सिंह के परिवार ने 19 साल तक केस लड़ा था और दीवाली तक नहीं मनाई थी। डेरामुखी को सजा मिलने के बाद रणजीत के बेटे जगसीर ने कहा था कि अब हमारा परिवार दीवाली मनाएगा।

दादा ने शुरू किया था सजा दिलाने का संघर्ष
उन्होंने कहा था कि जब पिता रणजीत सिंह का कल्त किया गया, तब मैं सात साल का था। दादा ने हत्यारों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष शुरू किया था। दादा का 2016 में निधन हो गया था। जगसीर ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर और पिता के छलनी चेहरे की याद आते ही आज भी उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जगसीर ने बताया कि 10 जुलाई 2002 को वह ट्यूशन के बाद घर पहुंचे थे।