यमुनानगर में महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के उदेश्य से यमुनानगर पुलिस अब एक और कदम आगे बढ़ गयी है। यमुनानगर पुलिस ने जिले में चलने वाले ऑटो व ई-रिक्शा चालकों का एक डाटाबेस तैयार किया है, जिसमे लगभग 6 हज़ार वाहन चालकों की जानकारी दी गयी है। तो वही एक यूनिक कोड को ऑटो व ई रिक्शा पर लगाया गया है। जिसमे वाहन चालक का नाम, मोबाइल नंबर व वाहन की जानकारी भी दी गयी है। यदि ऑटो चालाक किसी महिला के साथ गलत बर्ताव करता है तो महिला उसकी जानकारी यूनिक कोड से प्राप्त कर सकती है और जिला पुलिस को उसकी शिकायत दे सकती है। पुलिस की टीम तुरंत उस यूनिक कोड से ऑटो व ई रिक्शा की पूरी जानकारी हासिल कर आरोपी को पकड़ लेगी।
एएसपी हिमाद्री कौशिक ने आज इस मुहिम की शुरुआत की। एएसपी ने ऑटो स्टैंड पर पहुँच कर रजिस्टर्ड ऑटो व ई रिक्शा पर यूनिक आईडी कोड लगाया। उन्होंने कहा की ऑटो यूनियन के सहयोग से ही यह मुहीम पूरी हो पाई है। जिला पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार है, एएसपी ने कहा की अधिकतर देखा जाता है की महिला ऑटो में बैठते हुए अपने आप को असुरक्षित महसूस करती है, लेकिन अब यूनिक आईडी कोड होने से ऑटो व ऑटो चालक से जुडी जानकारी आसानी से हासिल हो जायेगी। एएसपी हिमाद्री कौशिक ने कहा कि जितने भी ऑटो है उन सब पर यह यूनिक कोड लगाया जा रहा है। निश्चित ही यूनिक कोड लगने से महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों पर कमी आएगी और महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगी।