हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने यमुनानगर में दहेज उत्पीड़न के मामले में विवाहिता द्वारा 9 महीने पहले केस दर्ज कराने के बावजूद कार्रवाई न होने पर कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने एसपी यमुनानगर को फोन लगाते हुए जांच अधिकारी को हटाकर डीएसपी से जांच कराने के निर्देश दिए। साथ ही कार्रवाई में विलंब होने पर 10 दिनों में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश भी दिए। गृहमंत्री ने सोमवार को भी अंबाला में अपने आवास पर प्रदेश भर से आए लोगों की समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
वहीं विज ने कई लोगों की समस्याओं को भी सुना और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उनके आवास पर भी लोग अपनी शिकायतें रख रहे हैं। उन्होंने कुछ ठगी के मामलों की जांच के लिए एक एसआईटी को भी निर्देशित किया है। इससे पहले भी अन्य कुछ मामलों में भी विज ने जांच के निर्देश दिए हैं, जैसे कि एक हत्या का केस, जिसे पुलिस ने गलत ढंग से दर्ज किया था। प्रदेशभर से पहुंचे लोग गृहमंत्री के समक्ष अपनी शिकायतें रख रहे हैं।
पुलिस की ढुलमुल कार्रवाई से पति विदेश फरार
यमुनानगर से आई विवाहिता ने अपनी शिकायत में बताया कि अप्रैल 2023 में उसके द्वारा यमुनानगर में दहेज उत्पीड़न मामले का केस दर्ज कराया गया था, जबकि शिकायत इससे कई माह पहले दी गई थी। आरोप था कि पुलिस की ढुलमुल कार्रवाई की वजह से उसका पति विदेश फरार हो चुका है। मगर पुलिस ने अप्रैल से अब तक ठोस कार्रवाई नहीं की। गृहमंत्री ने एसपी यमुनानगर को फोन लगाते हुए नाराजगी जताई और आईओ को हटाकर डीएसपी को जांच के निर्देश दिए।
मौत उपरांत लोगों ने शव रखकर किया था प्रदर्शन
सिरसा के होटल में युवक की मौत के बाद परिजनों ने गृहमंत्री अनिल विज को अपनी शिकायत दी। आरोप था कि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। गृहमंत्री ने एसपी सिरसा को एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए। गौरतलब है कि युवक की मौत के उपरांत लोगों ने शव रखकर प्रदर्शन किया था। गृहमंत्री के आवास पर रोजाना भारी संख्या में फरियादी पहुंच रहे हैं।
विदेश भेजने के नाम पर ठगी, एसआईटी को सौंपी जांच
अनिल विज ने विदेश भेजने के नाम पर ठगी के दो अलग-अलग मामलों की जांच कबूतरबाजी मामलों के लिए गठित एसआईटी को सौंपी। अंबाला के वशिष्ठ नगर निवासी व्यक्ति ने बताया कि उसने अपने बेटी व बेटे को विदेश भेजने के लिए दिल्ली के एजेंट से बात की थी।