हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की 2021 की डेंटल सर्जन भर्ती में फर्जीवाड़े का एक और मामला उजागर हुआ है। करनाल के सेक्टर-8 पार्ट-2 निवासी व्यापारी सुरेश खुराना ने अब जाकर शिकायत की है कि पानीपत के तीन लोगों ने उनके बेटे को नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख रुपए ठगे थे। यह मामला अब करनाल के सिविल लाइन थाने पहुंच गया है, जहां आदित्य नागर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है, जबकि भाजपा पार्षद जयदीप अरोड़ा और विश्व हिंदू परिषद के जिला महामंत्री पुनीत बतरा की भूमिका की जांच की जा रही है।
खुराना के अनुसार, उन्होंने सितंबर 2021 में अलग-अलग तारीखों पर 15 लाख रुपए तीन किश्तों में दिए थे। पहली किस्त जयदीप अरोड़ा को 20 सितंबर को, दूसरी किस्त सांसद कार्यालय में 24 सितंबर को पुनीत बतरा और जयदीप को दी गई, जबकि तीसरी किस्त आदित्य नागर को दिल्ली में 25 सितंबर को दी गई थी। अंतिम 5 लाख रुपए 27 सितंबर को जयदीप के घर पर दिए गए।
FIR में यह भी दर्ज है कि आदित्य नागर ने फोन पर दावा किया था कि HPSC के तत्कालीन उपसचिव अनिल नागर उसका भाई है और वह भर्ती प्रक्रिया को ‘मैनेज’ कर सकता है। शुरू में डील 30 लाख की हुई थी, जो बाद में 25 लाख तय हुई — 15 लाख एडवांस और 10 लाख नौकरी लगने पर।
पुनीत बतरा ने सफाई में कहा कि उन्होंने जनवरी 2024 में खुद एसपी पानीपत को शिकायत दी थी कि आदित्य नागर ने उनके माध्यम से पैसे लिए। वे स्वयं को निर्दोष बता रहे हैं और मामले में घसीटे जाने का आरोप लगा रहे हैं।
गौरतलब है कि अनिल नागर का नाम पहले ही 2021 के एचपीएससी घोटाले में सामने आ चुका है। उन्हें 1.08 करोड़ की नकदी के साथ पकड़ा गया था और 2023 में बर्खास्त कर दिया गया था।
थाना प्रभारी श्रीभगवान ने कहा कि मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।