Breaking News : हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (एचएसएससी) के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। भोपाल सिंह खदरी ने हरियाणा सरकार को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उनका यह फैसला हरियाणा में मुख्यमंत्री बदलने के बाद सामने आया है।
गौरतलब है कि प्रदेश में मनोहर लाल की जगह पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पद से हटने के बाद अब एचएसएससी चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने भी इस्तीफा दे दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी माने जाने वाले भोपाल सिंह खदरी केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया के सचिव भी रह चुके हैं। इतना नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भोपाल सिंह की स्वयं प्रशंसा कर चुके हैं।

बेटी का दहेज कन्या गुरुकुल में दान कर आए थे सुर्खियों में
बता दें कि एचएसएससी के चेयरमैन भोपाल सिंह ने पिछले माह ही अपनी बेटी गरिमा का विवाह पानीपत के खंड समालखा निवासी भाजपा नेता कृष्ण छौक्कर के बेटे एसआई गौरव के साथ किया था। इस विवाह के बाद वह प्रदेशभर में सुर्खियों में आ गए थे। बता दें कि इस विवाह में कृष्ण छौक्कर ने एक रुपया और दो नारियल कन्या दान में लिए थे।
वहीं चेयरमैन भोपाल सिंह ने बेटी की शादी में दिए जाने वाले दहेज के साढ़े 7 लाख रुपये कन्या गुरुकुल देवघर को दान कर दिए थे। इसके बाद वर और वधु दोनों पक्षों ने मिसाल देने का काम किया था। उस दौरान विवाह समारोह में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी भोपाल सिंह खदरी की प्रशंसा की थी।

गौरतलब है कि भोपाल सिंह खदरी जिला यमुनानगर के गांव खदरी के एक सामान्य और साधारण किसान परिवार से संबंध रखते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि से संबंध रखने वाले भोपाल सिंह खदरी उच्च शिक्षित होने के बावजूद बेहद सामान्य व्यक्तित्व के हैं। वह 8 विषयों में एमए के साथ-साथ विधि स्नातक भी हैं।
उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत गांव के सरपंच पद से की थी। गांव का सरपंच रहते हुए उन्हें आयोग का सदस्य बनाया गया था। इसके बाद उन्हें चेयरमैन बनाकर सरकार ने तोहफा देने का काम किया था। हालांकि गांव में वह अभी भी पूर्व सरपंच भोपाल सिंह के नाम से जाने जाते हैं। बता दें कि भोपाल सिंह खदरी की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबियों में मानी जाती है।
