I.N.D.I.A alliance : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन की शुरुआत अच्छी है, विपक्ष की पार्टियों का एक होना अच्छी बात है, लेकिन कांग्रेस हरियाणा में अपने दम पर चुनाव लड़कर जीतेगी। कांग्रेस पार्टी अपने आप में पूरी तरह सक्षम है। कांग्रेस हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस में किसी प्रकार की कलह नहीं है, यह पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश है। वर्ष 2019 के चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही है, इसलिए कांग्रेस पूरी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जीतकर दिखाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चंडीगढ़ आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने आम आदमी पार्टी के साथ सीट बंटवारे के सवाल पर चुटकी लेते हुए कहा कि सीट मांगने का आधार चाहिए। हाल ही में हुए आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में आप की जमानत जब्त हो गई थी। हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस प्रजातांत्रिक पार्टी है। हर किसी को पार्टी में अपनी बात रखने का अधिकार है। कांग्रेस में किसी प्रकार की अंतर्कलह नहीं है। यह पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश है, इसलिए हरियाणा में सभी सीटों पर कांग्रेस पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।
मुख्यमंत्री के रूप में फिर दोहराई अपनी दावेदारी
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पत्रकारों के साथ बातचीत में एक बार फिर अपनी मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी दोहराई है। उनका कहना है कि वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं और कोई भी दावेदार हो सकता है। कौन कहता है वह दावेदार नहीं हैं। इस बात पर फैसला पार्टी हाईकमान को लेना है। हुड्डा ने कहा कि अगर कोई उनसे पूछेगा तो वह अपनी दावेदारी जरूर पेश करेंगे। कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। मेरे खिलाफ भी कोई नहीं है। कांग्रेस पार्टी में सब एक साथ हैं। नारेबाजी के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि यह गुटबाजी नहीं है, कार्यकर्ता यह दिखा रहे हैं कि कांग्रेस में भी जान है।
बोलें फिर दोहरा रहा हूं सीटिंग जज से हो नूंह हिंसा की जांच
नूंह हिंसा मामले में विधायक मामन खान के जांच में शामिल नहीं होने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मामन खान जांच से दूर क्यों जा रहे हैं, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। हुड्डा ने कहा कि वह पहले भी कह चुके हैं और एक बार फिर से दोहरा रहे हैं कि नूंह हिंसा की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज से होनी चाहिए। सरकार सिर्फ एक ही बार कह रही है कि नूंह हिंसा में साजिश है, लेकिन सरकार को यह स्थिति भी स्पष्ट करनी चाहिए कि किसकी साजिश है। यह स्थिति कौन स्पष्ट करेगा, यह सिर्फ ज्यूडिशियल इंक्वायरी ही बताएगी।