नूंह जिले की प्रसिद्ध कोटला झील में प्रवासी पक्षियों का अवैध शिकार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। वन्य जीव विभाग की टीम ने 23 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, जिन पर झील में आने वाले दुर्लभ प्रवासी पक्षियों को जाल में फंसाकर पकड़ने और उन्हें स्थानीय बाजारों में बेचने का आरोप है।
वन्य जीव विभाग को इस अवैध शिकार की सूचना तब मिली जब एक स्थानीय पक्षी प्रेमी ने जिला उपायुक्त के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई। विभागीय टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की और एक शिकारी को रंगे हाथ पकड़ लिया, जिसने दो पक्षियों की हत्या भी कर दी थी। टीम को पक्षियों को पकड़ने के कई सबूत मिले, जिसके बाद आकेड़ा थाना पुलिस को शिकायत दी गई।
वन्य जीव विभाग के मुताबिक, कोटला झील प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण ठिकाना है। हर साल मार्च-अप्रैल के महीनों में हजारों पक्षी यहां आते हैं, लेकिन शिकारी इनका शिकार कर इन्हें बाजारों में बेच देते हैं। अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय लोग प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के महत्व को नहीं समझते, जिससे यह अवैध व्यापार फल-फूल रहा है।
इस मामले में आकेड़ा गांव के तैयब, मोंटी, सनी, शब्बीर, उस्मान सहित कुल 23 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वन्य जीव निरीक्षक राजेंद्र कुमार की शिकायत पर पुलिस ने इन सभी पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।