➤झज्जर में अवैध लिंग जांच और गर्भपात रैकेट का खुलासा, महिला डॉक्टर मास्टरमाइंड।
➤पोर्टेबल मशीन से किया गया अल्ट्रासाउंड, भ्रूण में लड़की की पुष्टि के बाद तय किया गया गर्भपात।
➤महिला ग्राहक बनी मुखबिर, मौके पर दबिश देकर टीम ने दवाइयां और उपकरण जब्त किए।
झज्जर जिले में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अवैध लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्या जैसे गंभीर अपराधों में लिप्त एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस गिरोह का संचालन झज्जर निवासी महिला डॉक्टर डॉ. हेमलता द्वारा किया जा रहा था। यह कार्रवाई उपायुक्त रविन्द्र पाटिल और सिविल सर्जन डॉ. जयमाला के मार्गदर्शन में 25 जुलाई को की गई।
गुप्त सूचना से हुआ खुलासा
सिविल सर्जन डॉ. जयमाला को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर में अवैध तरीके से लिंग परीक्षण और गर्भपात का कार्य किया जा रहा है। सूचना की पुष्टि के लिए जिला समुचित प्राधिकरण ने एक विशेष पीएनडीटी टीम गठित की, जिसमें डॉ. संदीप कुमार, डॉ. आकृति हुड्डा, डॉ. हर्षदीप और विनोद कुमार शामिल रहे। साथ ही पुलिस उपायुक्त जसलीन कौर के निर्देश पर SI सतबीर, हेड कांस्टेबल रीना, धर्मेंद्र और कांस्टेबल मीना को भी टीम में जोड़ा गया।
मिथ्या ग्राहक के रूप में पहुंची गर्भवती महिला
टीम ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए एक मिथ्या ग्राहक तैयार की, जो चार महीने की गर्भवती थी और पहले से तीन बेटियों की मां बताई गई। 17 जुलाई को इस महिला ने डॉ. हेमलता से संपर्क किया और लिंग परीक्षण की इच्छा जताई। डॉक्टर ने 55,000 रुपये में सौदा तय किया और महिला को अपने घर बुलाया। कई बार तारीखें बदलने के बाद अंततः 25 जुलाई की रात को महिला को बुलाया गया।
पोर्टेबल मशीन से लिंग जांच, गर्भपात की तैयारी
डॉ. हेमलता ने अपने क्लीनिक पर महिला का लिंग परीक्षण करवाया। यह जांच नांगलोई निवासी आशीष सैनी उर्फ सुरेश नामक व्यक्ति द्वारा की गई, जो पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर मौके पर आया था। जांच में भ्रूण को लड़की बताया गया और अगले दिन गर्भपात के लिए 25,000 रुपये की मांग की गई।
टीम ने मौके पर मारी दबिश
जैसे ही महिला को हेमलता अपने बेटे विक्रम की स्कूटी से घर लेकर गई, महिला ने हाथ का इशारा कर पीएनडीटी टीम को सूचना दी। टीम ने तुरंत पहुंचकर हेमलता के घर की तलाशी ली, जहां से अवैध दवाइयां व गर्भपात उपकरण बरामद हुए। संगम क्लीनिक पर भी दबिश दी गई, लेकिन तब तक आशीष मशीन समेत फरार हो चुका था।
मामला दर्ज, जांच जारी
टीम ने डॉ. हेमलता, उसके बेटे विक्रम और फरार आरोपी आशीष सैनी के खिलाफ पीसी-पीएनडीटी एक्ट, एमटीपी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।