हरियाणा के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री Anil Vij की नाराजगी के बाद अंबाला के डिप्टी कमिश्नर (DC) पार्थ गुप्ता का तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह अजय सिंह तोमर को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। सरकार ने शुक्रवार को इसका आधिकारिक आदेश जारी किया, जिसमें 7 अन्य अधिकारियों का भी ट्रांसफर किया गया है।



गौरतलब है कि अनिल विज ने एक दिन पहले ही बयान दिया था कि उनके आदेशों की पालना नहीं हो रही और अधिकारी उनके काम नहीं कर रहे। उनकी नाराजगी के बाद यह बड़ा प्रशासनिक फेरबदल सामने आया है।
सूत्रों के मुताबिक, विज अंबाला से कुछ अधिकारियों का तबादला कराना चाहते थे, क्योंकि उनका दावा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ अधिकारी उन्हें हरवाने की साजिश में शामिल थे। हाल ही में कैबिनेट बैठक में भी विज ने इस मुद्दे को उठाया, जहां सीएमओ के एक वरिष्ठ अधिकारी को लेकर तीखी बहस हुई। बात इतनी बढ़ गई कि विज नाराज होकर बैठक से उठकर चले गए। इस घटना के बाद से मामला और गरमाने लगा है।
एसएचओ सस्पेंशन पर भी सरकार से टकराव
कुछ दिन पहले विज ने एक एफआईआर से जुड़े मामले में अंबाला कैंट सदर थाने के एसएचओ को सस्पेंड करने का आदेश दिया था। उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर से फोन पर सस्पेंशन ऑर्डर मांगा, लेकिन गृह मंत्रालय ने यह फाइल रिजेक्ट कर दी, और एसएचओ अभी भी अपने पद पर बने हुए हैं।
चुनाव में ‘गुटबाजी’ पर नहीं हुई कार्रवाई
विज ने चुनाव के दौरान पार्टी के कुछ नेताओं पर उनके खिलाफ काम करने का आरोप लगाया था। हालांकि, उनकी मांग के बावजूद इन नेताओं के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई। सिर्फ अंबाला के कोषाध्यक्ष आशीष तायल को पदमुक्त किया गया, लेकिन विज इससे संतुष्ट नहीं हैं।
ग्रीवेंस मीटिंग का किया बहिष्कार
अपनी उपेक्षा से नाराज विज ने ऐलान कर दिया कि अब वे ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि उनके आदेशों की अनदेखी की जा रही है, और जरूरत पड़ी तो वे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की तरह अनशन तक करने को तैयार हैं। विज को सिरसा और कैथल में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में शामिल होना था, लेकिन इस बयान के बाद उनके दूर रहने की संभावना बढ़ गई है।