Gohana विधानसभा क्षेत्र में धन्यवादी कार्यक्रम में, जब मंच पर भाषण खत्म हुए, तो कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने माइक संभाला और राजनीति की बातें छोड़ सीधे रागिनी के सुर छेड़ दिए। चौंकाने वाली बात यह थी कि मंत्री जी ने न केवल रागिनी सुनाई, बल्कि उसमें व्यंग्य और कटाक्ष का ऐसा मिश्रण किया कि सामने बैठे लोग समझ ही नहीं पाए कि वे गा रहे हैं या इशारों में राजनीति का हाल सुना रहे हैं।
इससे पहले भी दिखा चुके हैं रागिनी का हुनर
कैबिनेट मंत्री ने पहली बार मंच पर पहुंचकर अपना हुनर नहीं दिखाया बल्कि पहले भी कई बार सार्वजनिक मंच से रागिनी के सुर छेड़कर समाजिक संदेश दे चुके हैं। पिछले सप्ताह गोहाना में ही एक कार्यक्रम के दौरान रागिनी गाते हुए उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जो भी हो, मंत्री जी की रागिनी ने इतना तो साबित कर दिया कि मंच पर उनका हुनर सिर्फ भाषण देने तक सीमित नहीं है। आखिर, सियासत में सुरों का जोड़ भी जरूरी है!
आखं निकाल देंगे, हाथ काट देंगे…बयान रहा विवादों में
तीन साल पहले कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाजी की लड़ाई के दौरान किलोई प्राचीन मंदिर में भाजपा नेताओं को बंधक बनाने की बात सामने आई। पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को टारगेट किया गया। जिस पर डॉ. अरविंद शर्मा ने बयान दिया था कि मनीष ग्रोवर की तरफ आंख उठाकर देखा तो आंख निकाल लेंगे और हाथ उठाया तो हाथ को काट देंगे।
2019 में हुए थे BJP में शामिल
2019 में अरविंद शर्मा बीजेपी में शामिल हुए और 2019 के भारतीय आम चुनाव में रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। अरविंद शर्मा ने इस चुनाव में कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 7,503 मतों के अंतर से हराया। वह फिर से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़े, हालांकि इस चुनाव में वह हुड्डा से 345,298 मतों से हार गए। इस बार विधानसभा चुनाव में गोहाना से जीतकर नायब सरकार में कैबिनेट मंत्री बने।