Haryana के BJP नेता कुलदीप बिश्नोई की राजनीतिक स्थिति के साथ-साथ बिश्नोई समाज पर उनकी पकड़ भी कमजोर होती नजर आ रही है। मुकाम धाम के पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद जी ने कुलदीप बिश्नोई द्वारा प्रस्तावित अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक पद को ठुकरा दिया है।
पीठाधीश्वर का बयान:
स्वामी रामानंद जी का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें महासभा के संरक्षक पद में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि कुलदीप ने इस बारे में उनसे कोई चर्चा नहीं की और यह पद किसी अन्य योग्य व्यक्ति को दिया जाना चाहिए।
नेतृत्व विवाद:
- इससे पहले, कुलदीप बिश्नोई ने देवेंद्र बूड़िया की जगह पर परसराम बिश्नोई को महासभा का प्रधान बनाने की घोषणा की थी।
- परसराम बिश्नोई ने भी यह पद स्वीकारने से इनकार कर दिया।
मुकाम पीठाधीश्वर का अहम निर्णय:
स्वामी रामानंद जी का यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि कुलदीप ने देवेंद्र बूड़िया पर दबाव बनाने के लिए यह कदम उठाया था। उन्होंने स्वामी रामानंद के संरक्षण में चुनाव कराने और 29 मेंबरी कमेटी के गठन की भी सिफारिश की थी।
कुलदीप बिश्नोई के इन प्रयासों के बावजूद, बिश्नोई समाज में उनके नेतृत्व को लेकर असहमति स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। यह घटनाक्रम समाज में उनके घटते प्रभाव को दर्शाता है।