हरियाणा के गुरुग्राम में Traffic Police कर्मी भीषण गर्मी से बचने के लिए एसी जैकेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन जैकेटों में बर्फ के पैड डाले जाते हैं और दो पंखे भी लगे होते हैं। जैकेट का वजन लगभग तीन किलो है। ट्रैफिक पुलिस कर्मी जब तपती धूप में अपनी ड्यूटी निभाते हैं, तो ये जैकेट उनके जीवन की सुरक्षा करती है। फिलहाल, यह एक प्रयोग के तौर पर किया जा रहा है और परिणाम अच्छे होने पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
एसीपी ट्रैफिक सुखबीर सिंह ने बताया कि गुरुग्राम में अभी 13 एसी जैकेट उपलब्ध हैं, जिन्हें 13 ट्रैफिक पुलिस जोनल ऑफिसर को प्रयोग के लिए दी गई हैं। भीषण गर्मी में इन जैकेटों का इस्तेमाल इसलिए किया जा रहा है ताकि यह देखा जा सके कि इसके परिणाम कैसे रहते हैं। अगर प्रयोग सफल हुआ तो इस पर आगे काम किया जाएगा।
एसी जैकेट का इस्तेमाल कैसे होता है
इस एसी जैकेट का वजन 3 किलो के करीब है। जैकेट के दो पार्ट होते हैं। नीचे वाली जैकेट में बर्फ के पैड होते हैं, जिन्हें फ्रीजर में जमाकर जैकेट में डाला जाता है। ऊपर वाली जैकेट में दो पंखे लगे होते हैं, जो सी टाइप चार्जर के साथ फोन वाले पावर बैंक से कनेक्ट होते हैं।
गर्मी में पंखे चलने से नीचे वाली जैकेट के बर्फ के पैड जल्दी नहीं पिघलते और ज्यादा देर तक ठंडक बनाए रखते हैं। जब ट्रैफिक पुलिस कर्मी इन जैकेटों को पहनकर रोड पर अपनी ड्यूटी करते हैं, तो उन्हें अंदर से ठंडक महसूस होती है। इस प्रकार, गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के लिए यह एसी जैकेट गर्मी में एक राहत का साधन साबित हो रही है।