उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया में आज संघर्ष चल रहा है। कोई यूक्रेन से भाग रहा है तो कोई अफगानिस्तान और गांजा पट्टी से भाग रहा होगा। लेकिन विश्व शांति की गारंटी केवल सनातन धर्म और भारत हो सकता है। यही कारण है कि देश में संकट के कारण विश्व देश और प्रधानमंत्री मोदी की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है। उसे विश्वास है कि उसके लिए भारत ही आस बनेगा। जब भारत की 144 करोड़ की आबादी जुड़ती है तो एक ताकत बनती है। यह कार्यक्रम उसी का परिणाम है कि बाबा मस्तनाथ की इस पावन स्थली पर हम एकजुट हुए हैं।
योगी आदित्यनाथ रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ में ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी की स्मृति में शंखढाल, आठमान भंडारा व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं देश मेले का समापन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सनातन धर्म को मजबूती से स्थापित करना है। सनातन धर्म पर विश्वास करने वाले की सभी इच्छा पूरी होंगी। जल्द ही अयोध्या श्री राम मंदिर का उद्घाटन होगा। विश्व शांति की गारंटी भारत और सनातन धर्म है, क्योंकि भारत की संत शक्ति पलायन नहीं करती। विपरीत परिस्थितयों में लोक कल्याण करना, सनातन धर्म की रक्षा करना और राष्ट्रहित में कार्य करना संतों का काम है। श्री जन्मभूमि मंदिर आंदोलन के दौरान संत समाज ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षित तक एक भारत श्रेष्ट भारत के रूप में भारत खुद को स्थापित कर रहा है। आज इस धरती पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल से ही जन नहीं है, बल्कि हनुमान जी की धरती कर्नाटक से भी मौजूद है। यही एक भारत श्रेष्ठ भारत है। हमारे नाथों ने यही हमें संदेश दिया है कि सनातन धर्म के मूल्यों के सामने जो भी चुनौती सामने आए, धर्म के मार्ग पर चलते हुए हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
सनातन की चिंता नहीं, सनातन के साथ हमें रहना है : मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि सनातन हमेशा रहेगा, यह सत्य है। सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है। सनातन की चिंता नहीं, लेकिन सनातन के साथ हमें रहना है। सनातन के आधार पर दुनिया चलती है, इसे तोड़ने वाले पहले भी आए। असत्य को पहचान कर असत्य को छोड़े, स्वार्थ का त्याग करके धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए काम करें। मोहन भागवत ने कहा कि हमें भेदभाव छोड़ सत्य की राह पर चलना चाहिए, तभी सनातन धर्म का पालन होगा।
2047 नहीं 2035 तक भारत को बनाना है विश्व की महाशक्ति : रामदेव

योग गुरु रामदेव ने कहा कि सनातन धर्म का गौरव जल्द पूरी दुनिया में छाएगा और भारत का ही पूरी दुनिया में परचम लहराएगा। उन्होंने कहा कि आज यूक्रेन जैसे देश लड़ रहे हैं। कभी भी दुनिया में विश्व युद्ध का शंखनाद हो सकता है, लेकिन भारत ने हमेशा दुनिया को योग और सहयोगियों को अपना साथ दिया है। हमें ऐसा संकल्प लेना है और कुछ ऐसा करना है, जिससे हमारी नाथ, सनातन, वेद व ऋषियों की परंपरा आगे बढ़े।
योग गुरु ने कहा कि हमें 2047 की परीक्षा नहीं करनी, वर्ष 2035 में ही भारत को आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक परंपरा में विश्व की महाशक्ति के रूप में खड़ा करेंगे। आज यहां मौजूद सभी लोगों को ऐसा संकल्प लेना चाहिए। यह कोई भाषण नहीं है, बल्कि हमारा संकल्प है, हमारा प्रण है। हमारा ध्येय है कि भारत की सारी सांस्कृतिक परंपरा विश्व में परचम लहराती रहे। सच्चा साम्राज्य ही सांस्कृतिक साम्राज्य है। रामदेव ने कहा कि जब हम इतने नाथ साथ हैं तो भारत अनाथ कैसे हो सकता है, इसलिए पूरी दुनिया उधर चलेगी, जिधर भारत चलेगा।

देशमेला में पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, मोहन भागवत और योग गुरु रामदेव
हरियाणा के रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ में ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी की स्मृति में शंखढाल, आठमान भंडारा व मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं देश मेले का समापन कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योग गुरु रामदेव सहित विभिन्न प्रदेशों के संत महात्मा पहुंच चुके हैं। अलवर के सांसद एवं बाबा मस्तनाथ मठ के महंत बाबा बालकनाथ ने सभी अतिथियों और संतों का स्वागत किया। योगी आदित्यनाथ गोरक्ष पीठाधीश्वर के साथ भेषबारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष भी हैं। वहीं देशमेले में बाबा बागेश्वर और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पहुंचने की भी बात कहीं जा रही है। देर शाम को प्रदक्षिणा के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा।

बाबा मस्तनाथ मठ में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज के डॉ. चिन्मय पंडया, परमार्थ निकेतन हरिद्वार से स्वामी चिदानंद सरस्वती, गीता ज्ञान संस्थानम कुरुक्षेत्र से महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी हैदराबाद से चिन्ना श्रीमननारायण महाराज, महास्वामी निर्मलानंद नाथ महाराज, हरिसेवा आश्रम हरिद्वार से हरी चेतनानंद महाराज, पटौदी संस्कृत महाविद्यालय के स्वामी धर्मदेव, अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र के संस्थापक जैन आचार्य लोकेश मुनि भी पहुंच चुके हैं।

देशमेले में पहुंचे लाखों श्रद्धालु, 1 करोड़ 25 लाख रुपये का किया दान
बाबा मस्तनाथ मठ में चल रहे दो दिवसीय देशमेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा मस्तनाथ की समाधि पर श्रद्धा और विश्वास के साथ माथा टेक कर आशीर्वाद लिया। बाबा मस्तनाथ की समाधि पर स्वर्ण कलश स्थापना के लिए समस्त भारतवर्ष से रैबारी/देवासी समाज के भक्तजनों ने अपनी श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत होकर अभी तक 1 करोड़ 25 लाख रुपये दान किया है। बता दें कि मठ में सातवें महंत पीर चांदनाथ योगी का आठमान भंडारा व मठ के ब्रह्मलीन पुजारी हजारीनाथ योगी स्मृति भंडारा एवं शंखढाल मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं देशमेला आश्विन मास (कृष्ण पक्ष) तिथि द्वादशी, त्रयोदशी दिन को आयोजित किया जा रहा है। मेले को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है।

रोहतक में धारा 144 और कड़ी सुरक्षा के प्रबंध
देशमेला को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। कार्यक्रम को लेकर धारा 144 लागू की गई है। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं कार्यक्रम को लेकर बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय प्रशासन व जिला प्रशासन के बीच बैठक भी हुई थी। जिसमें मेले की तैयारियों को लेकर विशेष चर्चा की गई थी। नगर निगम की परिधि में ड्रोन उड़ाने, ग्लाइडर्स व मानवरहित उड़ने वाली अन्य वस्तुओं, एरियल कवरेज, रिमोट नियंत्रित एयरक्राफ्टस, उड़ने वाले कैमरे, क्वाडकोपर, हैलीकैम के प्रयोग पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है। मठ के आसपास के क्षेत्र पर कड़ी सुरक्षा का प्रबंध किया जाएगा।