हरियाणा के जिला जींद की यूनिवर्सिटी में हुए भर्ती घोटाले में कुलपति को चयन कमेटी के 4 सदस्यों के खिलाफ एफआईआर करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। यह निर्देश उच्चतर शिक्षा विभाग चंडीगढ़ की तरफ से जारी हुए हैं। बताया जा रहा है कि घोटाला करने वाले में तत्कालीन कुलपति और रजिस्ट्रार प्रोफेसर संजय सिन्हा का नाम भी शामिल है।
बता दें कि जींद की चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी में वर्ष 2019 में हुए भर्ती घोटाले का मामला फिर सुर्खियों में आ गया है। स्टेट विजिलेंस इनक्वारी की रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर करवाने के निर्देश यूनिवर्सिटी के कुलपति को जारी किए गए हैं। एफआईआर करवाने के बाद की कुलपति को इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेजनी होगी। कुलपति डॉ. रणपाल सिंह का कहना है कि उन्हें उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का पत्र मिला है। जल्द इस मामले में आगामी कार्रवाई की जाएगी।
उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कुलपति को पत्र लिखकर विवि के पूर्व कुलपति, पूर्व रजिस्ट्रार संजय सिंहा, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र सिंह, सविता कुमारी, पूर्व उप कुलपति हवा सिंह पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। अब इस मामले में पुलिस सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच करेगी।
बता दें कि वर्ष 2019 में सीआरएसयू में चालक के दो पद, क्लर्क कम डाटा एंट्री ऑपरेटर के तीन पद, एसोसिएट प्रोफेसर इकोनॉमिक्स के दो पद, एसोसिएट प्रोफेसर फिजिकल एजुकेशन के दो पद, एसोसिएट प्रोफेसर फिजिक्स के दो पद, असिस्टेंट प्रोफेसर फिजिकल एजुकेशन के चार पद, असिस्टेंट प्रोफेसर फिजिक्स के दो पद, असिस्टेंट प्रोफेसर इकोनॉमिक्स के दो पदों की भर्ती हुई थी। यूनिवर्सिटी के ही एक प्रोफेसर ने इसमें अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए विजिलेंस को शिकायत दी थी। इस मामले की राज्य चौकसी ब्यूरो ने जांच की थी।
जनवरी 2023 में विजिलेंस ने कुलपति को सौंपी जांच रिपोर्ट में कहा था कि इस मामले में कोई गड़बड़ी नहीं है। इससे पहले 15 फरवरी 2021 को सीआरएसयू के तत्कालीन रजिस्ट्रार को कार्यकाल पूरा होने से पहले पदमुक्त कर दिया गया था। अब उच्चतर शिक्षा विभाग ने अपने स्तर पर इस मामले की जांच की है। इसमें पाया गया कि भर्तियों में गड़बड़ी हुई है।
उच्चतर शिक्षा विभाग के एसीएस की तरफ से कुलपति को 30 अक्तूबर को पत्र लिखा गया कि इस मामले में अनियमितताएं पाई गई हैं। इसलिए पूर्व कुलपति, पूर्व रजिस्ट्रार संजय सिंहा, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र सिंह, सविता कुमारी, पूर्व उपकुलपति हवा सिंह पर एफआईआर दर्ज करवाई जाए। कुलपति डॉ. रणपाल सिंह ने कहा कि उन्हें उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का पत्र मिला है। जल्द इस मामले में आगामी कार्रवाई की जाएगी।