इंडियन प्रीमियर लीग IPL 2025 के मेगा ऑक्शन का आयोजन सऊदी अरब के जेद्दा में शुरू हो चुका है, जहां हरियाणा और पंजाब के कई खिलाड़ियों पर बोली लगाई जा रही है। इस दौरान पंजाब किंग्स ने मोहाली के गेंदबाज अर्शदीप सिंह को 18 करोड़ रुपए में खरीदा। पंजाब किंग्स ने राइट टू मैच (RTM) कार्ड का इस्तेमाल करते हुए अर्शदीप को अपनी टीम में शामिल किया। 2019 में, अर्शदीप को केवल 20 लाख रुपये में खरीदा गया था।
चहल बने IPL इतिहास के सबसे महंगे भारतीय स्पिनर
पंजाब किंग्स ने जींद के रहने वाले स्पिनर युजवेंद्र चहल को 18 करोड़ रुपये में खरीदा, और इस तरह वह IPL इतिहास के सबसे महंगे भारतीय स्पिनर बने। उनका बेस प्राइस 2 करोड़ रुपये था। पिछले सीजन में चहल ने राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए 15 मैचों में 18 विकेट लिए थे। चहल IPL इतिहास के टॉप विकेट-टेकर्स में शामिल हैं, उन्होंने 2013 में IPL में डेब्यू किया और अब तक 160 मैचों में 205 विकेट हासिल किए हैं।
574 खिलाड़ियों पर बोली
इस मेगा ऑक्शन में कुल 574 घरेलू और इंटरनेशनल क्रिकेट के खिलाड़ियों पर बोली लग रही है। IPL की 10 फ्रेंचाइजी टीमों के पास कुल 204 खिलाड़ियों के लिए जगह खाली है।
अर्शदीप सिंह का संघर्षपूर्ण सफर
अर्शदीप सिंह का परिवार पंजाब के खरड़ से है, और उनके पिता दर्शन सिंह एक निजी कंपनी में काम करते हैं। अर्शदीप का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था, क्योंकि उस समय उनके पिता की पोस्टिंग वहीं थी। क्रिकेट के प्रति उनके जुनून को उनके पिता ने पहचाना और 13 साल की उम्र में उन्हें चंडीगढ़ की गुरु नानक देव स्कूल की क्रिकेट एकेडमी में भेजा।
अर्शदीप के पिता बाहर पोस्टेड थे, ऐसे में उनकी मां बलजीत कौर उन्हें सुबह साइकिल पर लेकर चंडीगढ़ के ग्राउंड तक पहुंचाती थीं। स्कूल के बाद उन्हें पार्क में बैठाकर खाना खिलाती थीं और फिर से अकादमी भेजती थीं। यह सफर बहुत मुश्किल था, क्योंकि घर से अकादमी की दूरी करीब 15 किलोमीटर थी।
अर्शदीप का क्रिकेट करियर
अर्शदीप को 19 सितंबर 2018 को विजय हजारे ट्रॉफी में पंजाब के लिए खेलने का मौका मिला। बाद में उन्हें 2018 अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया। दिसंबर 2018 में, उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब ने IPL के लिए चुना। इसके बाद, अर्शदीप ने भारतीय क्रिकेट टीम में भी डेब्यू किया।
युजवेंद्र चहल का क्रिकेट सफर
युजवेंद्र चहल का परिवार जींद के पटियाला चौक स्थित एक कॉलोनी में रहता था, लेकिन अब उनका परिवार गुरुग्राम में शिफ्ट हो गया है। फिर भी चहल का जींद से गहरा लगाव है। स्कूल के दिनों से ही चहल ने रोजाना 4-5 घंटे क्रिकेट खेला। उन्होंने दिल्ली में कोच रणधीर सिंह की एकेडमी जॉइन की और वहीं से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की।
चहल ने 2000 में अंडर-14 हरियाणा टीम से क्रिकेट खेला और 2009 में हरियाणा से रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लिया। 2011 में उन्होंने मुम्बई इंडियंस के लिए IPL में डेब्यू किया और 2014 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से खेलते हुए अपनी पहचान बनाई। 2018 से चहल दिल्ली में इनकम टैक्स सब-इन्सपेक्टर के पद पर कार्यरत हैं।