रोहतक महर्षी दयानंद विश्वविद्यालय में चल रही इसराइल के लिए कामगारों की भर्ती से संबंधित सही जानकारी का अभाव देखने को मिला है। जहां प्रदेश भर से अलग-अलग ट्रेड के कामगार पहुंच रहे हैं, लेकिन इस भर्ती के लिए केवल बार बाइंडिंग यानी के सरिया मोड़ने वाले, प्लास्टिकइंग प्लास्टर करने वाले, कार पेंटिंग बढई खाती और टायलिंग, टाइल लगाने वाले निपुण लोगों को भर्ती किया जा रहा है।
इसमें शैक्षणिक योग्यता की कोई भी शर्त नहीं रखी गई है, लेकिन भर्ती स्थल पर देखने को मिला है कि पूरे प्रदेश से अलग-अलग ट्रेड के लोग पहुंच रहे हैं, जिन्हें यहां पहुंचकर निराशा हाथ लगती है। यह भर्ती रोहतक में केवल 21 जनवरी तक चलेगी, जो लोग 21 से 40 साल की उम्र के हैं और टाइल लगाने का काम जानते हैं, बढई का काम जानते हैं। सरिये से संबंधित काम जानते हैं और दीवारों पर प्लास्टर करने का काम जानते हैं, उन्हीं लोगों को यहां पहुंचना चाहिए। इसके अलावा जो भी दूर दराज से लोग आते हैं, उन्हें यहां आकर निराशा हाथ लगती है।
21 जनवरी तक केवल हरियाणा के कामगारों की भर्ती है, जबकि स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के लोगों का कहना है कि पूरे भारत से 10000 कामगारों को इसराइल भेजा जाएगा, जो पूरे देश से लिए जाएंगे। स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के अजय रहना ने साफ किया कि इस भर्ती के लिए कोई भी कामगार किसी एजेंट आदि के बहकावे में न आए यह काम इजराइल से पहुंची टीम के सामने प्रैक्टिकल किया जाता है और जो लोग निपुण पाए जाते हैं, उन्हीं योग्य लोगों को चुना जाता है।