Jhajjar में विजिलेंस टीम(Vigilance team) ने भिंडावास गांव के सरपंच(Sarpanch) से ढ़ाई लाख(2.5 Lakh) रुपए रिश्वत लेते हुए होमगार्ड(Home Guard) जवान को रंगे हाथ गिरफ्तार(arrested red handed) किया है। आरोप है कि उसने महिला मित्र के साथ मिलकर सरपंच को अश्लील वीडियो-फोटो केस में फंसाने की धमकी दी।
बताया जा रहा है कि दोनों ने सरपंच को ब्लैकमेल करते हुए साढ़े 14 लाख रुपए लिए और अब दोबारा से पुलिस कमिश्नर का भय दिखा कर 25 लाख रुपए की डिमांड की गई थी। विजिलेंस मामले में जांच कर रही है। डीएसपी सुमित कुमार ने मंगलवार को बताया कि झज्जर पुलिस के होमगार्ड सतेंद्र द्वारा भिड़ावास गांव के सरपंच दारा सिंह को कहा गया कि उसने सुनीता नाम की एक महिला के पास अश्लील फोटो और वीडियो भेजे हैं। इसकी शिकायत छुछकवास पुलिस चौकी में दी गई है l होमगार्ड ने सरपंच को केस दर्ज होने और बदनामी का भय दिखाकर मामले को दबाने के लिए डेढ़ लाख रुपए की मांग की गई l सरपंच ने बदनामी के डर से होमगार्ड को फरवरी के महीने में डेढ़ लाख रुपए दे दिए थे l कुछ दिन बाद आरोपी होमगार्ड सतेंद्र द्वारा सरपंच को कहा गया कि आपकी शिकायत डीएसपी के पास पहुंच गई है और इसको रफा दफा करने के लिए 5 लाख रुपए लगेंगे l
मार्च के महीने में उसने सरपंच से 5 लाख रुपए ले लिए। बताया गया है कि होमगार्ड जवान इसके बाद लालच में आ गया। उसने सरपंच से कहा की आपकी शिकायत एसपी साहब के पास पहुंच चुकी है। इस मामले को निपटने के लिए 10 लाख रुपए लगेंगे l फिर से शिकायतकर्ता ने सरपंच को बेइज्जती का डर दिखाया। आरोप है कि होमगार्ड को मार्च महीने के आखिरी दिनों में 8 लाख रुपए दिए थे l लेकिन इससे भी आरोपी का पेट नहीं भरा।
मामले को निपटाने के लिए लगेंगे 25 लाख
सतेंद्र ने कहा कि शिकायत पुलिस कमिश्नर के पास जा चुकी है। मामले को निपटाने के लिए 25 लख रुपए लगेंगे l सरपंच ने उससे परेशान होकर होमगार्ड की शिकायत रोहतक विजिलेंस की टीम को दी थी l डीएसपी के नेतृत्व में रोहतक विजिलेंस की टीम ने आरोपी होम गार्ड को झज्जर के गांव भिंदावास के पास से सरपंच से ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
रिश्वत का पैसा भी बरामद
होमगार्ड से रिश्वत के ढाई लाख रुपए भी बरामद किए हैं। विजिलेंस द्वारा आरोपी होमगार्ड सतेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है l इस मामले में शामिल सुनीता नामक महिला को गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित की गई है l विजिलेंस की टीम द्वारा जब मामले की जांच की गई तो पूरा मामला फर्जी निकला और महिला द्वारा कोई भी ऐसी शिकायत नहीं दी गई थी l