एशियन गेम्स में भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल एकल के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे हैं। मंगलवार शाम को उनकी जीत के साथ ही परिवार में खुशी का माहौल हैं। सुमित के पिता सुरेश नागल ने भी खुशी जाहिर की है।
चीन के हांगझोऊ में हो रहे एशियन गेम्स में हरियाणा के खिलाड़ियों का जलवा बरकरार है। झज्जर के दो खिलाड़ियों ने अपना परचम लहराया है। मनु भाकर, ईशा सिंह, रिद्दम सिंह की टीम ने 25 मीटर रेपिड पिस्टल में गोल्ड मैडल जीता है। टीम की जीत पर परिवार में खुशी का माहौल है।
शूटिंग से पहले मनु कई खेलों में आजमा चुकी अपना हाथ
21 साल की मनु भाकर झज्जर के गांव गोरिया की रहने वाली हैं। उनके पिता राम किशन भाकर मर्चेंट नेवी में वर्किंग हैं। शूटिंग से पहले मनु खुद को कराटे, थांग टा, टांता, स्केटिंग, स्वीमिंग और टेनिस में आजमा चुकी हैं। कराटे, थांग टा और टांता में मनु नेशनल मेडलिस्ट हैं। टांता में 3 बार की नेशनल चैंपियन है। स्केटिंग में स्टेट मेडल जीता। स्कूल में स्वीमिंग और टेनिस खेला।
कहां से की शूटिंग की शुरुआत
एक दिन मनु अपने पापा के साथ शूटिंग रेंज में घूम रही थी। अचानक मनु शूटिंग करने लगी और उसने बिल्कुल बीच में 10 नंबर टारगेट पर निशाना साधा। यह देखकर पिता ने मनु को शूटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया। मनु को नेशनल कोच यशपाल राणा ने शूटिंग के गुर सिखाए, जिसके परिणामस्वरूप आज ओलिंपियन मनु भाकर दुनिया के सामने अपना टैलेंट दिखा रही हैं।
मनु भाकर पिछले 7 साल से शूटिंग कर रही हैं। वह ओलिंपिक 2020 का हिस्सा रह चुकी हैं। सिर्फ 16 साल की उम्र में साल 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेकर 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में मनु ने गोल्ड मेडल जीता था। 2018 आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में मनु ने 2 स्वर्ण पदक जीते थे। ऐसा करने वाली वह सबसे कम उम्र की भारतीय महिला खिलाड़ी हैं।