हरियाणा के Jhajjar में एक मंदिर के बुजुर्ग पुजारी की तेजधार हथियार से हत्या कर दी गई। चांदोल गांव के ग्रामीण जब सुबह पूजा के लिए मंदिर पहुंचे, तो पुजारी का खून से सना शव देखकर हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए झज्जर के नागरिक अस्पताल में भेजा गया।
मृतक की पहचान 65 वर्षीय सुमेर पुत्र नंदलाल के रूप में हुई, जो गांव कन्नड़वास, जिला रेवाड़ी का निवासी था। वह 7 साल पहले रेलवे से सेवानिवृत्त हुआ था और पिछले 2 साल से चांदोल गांव के मंदिर में पुजारी का काम कर रहा था। उसकी पत्नी संतोष की 2015 में बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी। सुमेर के दो बच्चे हैं, जबकि एक बेटे की 2018 में कैंसर से मृत्यु हो गई थी।
एसीपी शमशेर सिंह ने बताया कि साल्हावास थाने में ग्रामीणों ने सूचना दी थी कि चांदोल गांव के मंदिर में पुजारी मृत अवस्था में पड़ा है और उसके शरीर पर तेजधार हथियार के निशान हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। पुजारी के बेटे विजय के बयान पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें गठित की हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।