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Jind में कांग्रेस की बैठक में सुरजेवाला गुट का हंगामा, कार्यकर्ता ऑब्जर्वर गो बैक के नारे लगा बोले बाप-बेटे की नहीं चलने देंगे

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हरियाणा के जींद में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के स्टेट ऑब्जर्वर की मौजूदगी में कांग्रेस की जिला स्तरीय बैठक में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला गुट के कार्यकर्ताओं ने गो-बैक ऑब्जर्वर के नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि बाप-बेटे (पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा) की नहीं चलने दी जाएगी। बैठक में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा गुट सहित दूसरे कांग्रेसी कार्यकर्ता पहुंचे। तभी रणदीप सिंह सुरजेवाला गुट के कार्यकर्ताओं ने यहां पहुंचते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। 

जींद के विश्राम गृह में सोमवार को कांग्रेस की जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी से स्टेट कोऑर्डिनेटर मयंक पटेल, पीसीसी ऑब्जर्वर मेवा सिंह, अजय शर्मा और जिला प्रभारी आनंद दांगी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने के लिए पहुंचे। इस दौरान सुरजेवाला समर्थकों ने ऑब्जर्वर वापस जाओ (गो बैक) और सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे जिंदाबाद के नारे लगाते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस की बैठक के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर भड़ास निकाली। कार्यकर्ताओं ने कहा कि वह बाप-बेटों की नहीं चलने देंगे। धक्काशाही और तानाशाही नहीं चलने दी जाएगी।

इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट के नेता और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जगबीर ढिगाना ने कहा कि सभी को सोशल मीडिया और अखबारों के माध्यम से पिछले कई दिनों से बैठक के लिए सूचित किया जा रहा है। जिससे कार्यकर्ताओं को एक किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रभारी सभी के होते हैं। जिला स्तरीय बैठक का आयोजन इसलिए किया गया, ताकि कांग्रेस पार्टी चुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीत सकें।

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वहीं रणदीप सुरजेवाला गुट के अधिवक्ता मनदीप हैबतपुर ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा की ओर से ही ऑब्जर्वर बनाए हैं। इसमें कांग्रेस के दूसरे नेताओं का कोई रोल नहीं है। नारे लगाने वाले कार्यकर्ता कांग्रेस के खिलाफ नहीं है। वह कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ हैं, लेकिन यहां बाप-बेटे की नहीं चलने दी जाएगी।