हरियाणा में कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री Birendra Singh के बेटे बृजेंद्र सिंह की हिसार से टिकट काटने के बाद उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी है। बीरेंद्र सिंह ने रविवार को जींद के निजी होटल में समर्थकों और कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ऑल्टो कार में सवार होकर बैठक में पहुंचे। साथ ही उनकी पत्नी प्रेमलता सिंह और पूर्व सांसद बेटा बृजेंद्र सिंह भी बैठक में शामिल हुए।
इससे पहले उन्होंने खुलकर टिकट कटने के बारे में बातचीत की। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने टिकट बांटने के क्राइटेरिया को लेकर निर्णय लिया है, जिसे पार्टी हाईकमान जानती है। उन्होंने बताया कि पिछली बार सभी भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के नाम पर जीते थे, लेकिन इस बार हरियाणा में कांग्रेस का माहौल है। उन्होंने अपने बेटे के प्रचार और वोट मांगने के सवाल पर कहा कि अगर कोई मदद मांगेगा तो वह जरूर आएंगे और कांग्रेस के लिए वोट मांगेंगे।
बीरेंद्र सिंह और उनके बेटे दो महीने पहले भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने अपनी हरियाणा में टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इस संदर्भ में बीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह निर्णय पार्टी के उच्चतम नेतृत्व द्वारा लिया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने भाजपा को छोड़ा क्योंकि वहां की विचारधारा उन्हें अनुचित लगी। उनके बेटे का कांग्रेस में शामिल होना महत्वपूर्ण था, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह कांग्रेस के विचारों को समर्थन देते हैं और अगर पार्टी या उम्मीदवार की मदद चाहिए तो वह जरूर मदद करेंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हमने रूलिंग पार्टी भाजपा को छोड़ा, जो अब भी 370 प्लस सीटों की बात कह रही है। बृजेंद्र सिंह कांग्रेस की विचारधारा की वजह से आए है, क्योंकि भाजपा में विचारधारा मेल नहीं खा रही थी। बृजेंद्र का कांग्रेस में आना ही महत्वपूर्ण था। उनको टिकट नहीं मिला। राजनीतिक जीवन में यह भी देखना होता है। उसके कारण भी कई होते हैं। जो भी निर्णय है, वह पार्टी हाईकमान का है। उन्होंने किस क्राइटेरिया को सामने रख निर्णय लिए हैं। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह फैसला कांग्रेस अध्यक्ष ने लिया है। सभी पहलुओं पर विचार करके लिया होगा। मैं समझता हूं कि सभी 9 ही कर देनी थी, 9वीं (गुरुग्राम) भी नहीं रखनी थी। पहले 3 और फिर 4 फाइनल होने की बात आई, लेकिन अब 8 की ही टिकट घोषित हुई है।
बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर कहा कि मैं 10 साल बाद कांग्रेस में आया हूं। तब और अब की कांग्रेस में वह बातें हैं, जो मैं सोचता हूं लेकिन विचारधारा के तौर पर मैं कांग्रेस में खुद को ठीक मानता हूं। कांग्रेस विचारों की अभिव्यक्ति के लिए उचित जगह है। जहां पार्टी के अंदर और बाहर अपने विचार रख सकते हैं। हिसार से कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश का प्रचार किए जाने पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे कांग्रेस हाईकमान या कैंडिडेट कोई दिशा निर्देश देंगे या मदद मांगेंगे तो मैं जरूर जाऊंगा। मैं लोगों से कांग्रेस को वोट देने के लिए कहूंगा। जयप्रकाश के हिसार से मजबूत उम्मीदवार होने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कौन-कितना मजबूत है, इसके लिए एक बात समझिए कि वर्ष 2019 के चुनाव में किसी ने यह नहीं देखा कि मजबूत उम्मीदवार कौन है? सबने यह देखा कि देश में कौन उचित है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देख लोगों ने वोट दिया।