Haryana में जींद बस स्टैंड पर अब हाई क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यह कदम रोडवेज महाप्रबंधक राहुल जैन के निर्देश पर उठाया गया, जिन्होंने बस स्टैंड का ओचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई खामियां पाई, जिनमें बस चालकों का सीट बेल्ट न लगाना और कई बसों में फर्स्ट एड बॉक्स का न होना शामिल था।
बस चालकों को सख्त हिदायतें
राहुल जैन ने बस चालकों को सख्त हिदायत दी कि वे बस चलाते समय सीट बेल्ट जरूर लगाएं। इसके अलावा, उन्होंने सभी बसों में फर्स्ट एड बॉक्स रखने और उसमें आवश्यक दवाइयां रखने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जिन बसों में फायर सेफ्टी सिलेंडर नहीं हैं, उन्हें तुरंत स्थापित किया जाए। उनका कहना था कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।

कड़ी कार्रवाई का एलान
महाप्रबंधक राहुल जैन ने चेतावनी दी कि अगर बस चालक सीट बेल्ट नहीं लगाएंगे या बस चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे, तो उनके खिलाफ चालान कार्रवाई की जाएगी। उनका उद्देश्य रोडवेज सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाना और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा प्रदान करना है।

‘हैप्पी कार्ड’ योजना में परेशानी: एक हजार किलोमीटर पूरे होने पर नहीं मिल रहे नए निर्देश
प्रदेश सरकार ने अप्रैल 2024 में एक लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों के लिए रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने के लिए ‘हैप्पी कार्ड’ योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत लाभार्थी एक साल में एक हजार किलोमीटर तक रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं।
लेकिन अब समस्या यह है कि कुछ लाभार्थियों के एक साल से पहले ही एक हजार किलोमीटर पूरे हो गए हैं, जिससे उन्हें बस स्टैंड परिसर में रोडवेज कर्मचारियों से कार्ड रिचार्ज या किलोमीटर अपडेट की जानकारी प्राप्त करने के लिए आना पड़ रहा है। हालांकि, अभी तक सरकार की ओर से इस संबंध में कोई नए निर्देश नहीं आए हैं, जिसके कारण लोग निराश होकर लौट रहे हैं।
हैप्पी कार्ड योजना के लाभार्थी
जिले में इस योजना के तहत अब तक एक लाख सात हजार से अधिक ‘हैप्पी कार्ड’ जारी किए गए हैं, जिनमें से 97 हजार से अधिक कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। इस योजना के तहत पात्र परिवारों को हर साल एक हजार किलोमीटर तक मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाती है।

हैप्पी कार्ड पाने की प्रक्रिया
‘हैप्पी कार्ड’ योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले पात्र व्यक्ति को कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। पंजीकरण के बाद, आवेदक को उनके मोबाइल फोन पर एक संदेश प्राप्त होता है। इसके बाद, आवेदक बस अड्डे पर पंजीकरण नंबर के आधार पर हैप्पी कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान 50 रुपये शुल्क भी लिया जाता है।
कार्ड रिचार्ज या किलोमीटर अपडेट की समस्या
जींद डिपो के स्टेनो संजय ने बताया कि जिन लाभार्थियों के एक हजार किलोमीटर पूरे हो चुके हैं, उनके लिए अभी तक कोई आधिकारिक आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं। उन्होंने बताया कि अप्रैल माह के बाद ही इस संबंध में कोई नई अपडेट मिलने की संभावना है।
सामाजिक और आर्थिक लाभार्थी
यह योजना विशेष रूप से उन परिवारों के लिए बनाई गई है जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम है। इस योजना के तहत, प्रत्येक पात्र परिवार के सदस्य को हैप्पी कार्ड प्रदान किया जाता है, और वे इस कार्ड के माध्यम से रोडवेज की बसों में सालभर में एक हजार किलोमीटर तक निशुल्क यात्रा कर सकते हैं।